सहरसा, 28 दिसंबर (हि.स.)।
वीर बाल दिवस के शुभ अवसर पर शंकर चौक विवाह भवन में जिला के विभिन्न अंकित खंडों से स्वयंसेवक एवं सहरसा नगर में बाल स्वयंसेवक के द्वारा रविवार को पथ संचलन निकला गया। जो शंकर चौक, दहलान चौक, महावीर चौक, कपड़ा पट्टी होते हुए पुन वापस शंकर चौक में समापन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में प्रांत सेवा प्रमुख राजा राम के द्वारा वीर बाल दिवस के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गुरुद्वारा के सचिव स्वर्ण सिंह के द्वारा गुरु गोविंद सिंह के बारे में एवं उनके पुत्रों के द्वारा दिए गए बलिदान के बारे में विस्तृत रूप से बच्चों को जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा कि सिखों के 10 गुरु एवं गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों द्वारा सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग हंसते-हंसते कर दिया। इन वीर बालकों के इतिहास को अब तक लोगों से छुपाया गया। उन्होंने कहा कि देश और धर्म पर बलिदान होने वाले साहिबजादे जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह के मरणोपरांत उनके शव के अंतिम संस्कार करने को लेकर भी मुगलों द्वारा बर्बर अत्याचार किया गया। मुगलों ने उनके शरीर को अंतिम संस्कार के लिए जमीन खरीदने के लिए मजबूर किया।
इतिहासकार बताते हैं कि राजा टोडरमल ने 78000 स्वर्ण मुद्रा देकर चार गज जमीन खरीदी। जो विश्व की इतिहास में सबसे मंहगी जमीन खरीद की गई।उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के लिए बलिदान देने वाले उन महापुरुषों को अब प्रतिवर्ष नमन किया जाएगा। उन वीर साहबजादे के बलिदान को अमर बनाने के लिए आज बाल स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन निकाला गया जो काफी सराहनीय रहा।
कार्यक्रम में जिला संपर्क प्रमुख रंजीत दास, जिला प्रचार प्रमुख मृणाल कुमार, सह जिला कार्यवाह रोशन कुमार, जिला शारीरिक प्रमुख विष्णु कुमार, सहरसा नगर कार्यवाह श्रवण कुमार , बख्तियारपुर नगर कार्यवाह अमित कुमार, बस्ती प्रमुख रमेश कुमार, शंकर कुमार, शाखा कार्यवाह अविनाश कुमार, रमेश कुमार एवं शिशु मंदिर पंचगछिया के सभी घोष टीम के साथ कार्यक्रम में उपस्थित थे। संचलन के दौरान शहर के सभी लोगों ने काफी उत्साह पूर्वक पथ संचलन का स्वागत पुष्प वर्षा कर किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार



