कुवैत की जेलों में 316 भारतीय बंद, उदयपुर संभाग का अलग रिकॉर्ड ही नहीं

नई दिल्ली/ डूंगरपुर, 5 दिसंबर (हि.स.)। संसद में बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि कुवैत की जेलों में वर्तमान में कुल 316 भारतीय नागरिक बंद हैं, लेकिन उदयपुर संभाग से कितने लोग इन मामलों में फंसे हुए हैं, इसका विशिष्ट डेटा सरकार के पास उपलब्ध ही नहीं है। सांसद रोत ने रोजगार के लिए विदेश गए प्रवासी श्रमिकों, जेलों में बंद भारतीय नागरिकों की स्थिति और उनकी रिहाई के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया।

सरकार की ओर से दिए गए जवाब में बताया गया कि उदयपुर और बांसवाड़ा से कुल 13 हजार 437 प्रवासी मजदूर ई-माइग्रेट प्रणाली के माध्यम से कुवैत सहित अन्य देशों में गए हैं, लेकिन इनमें से कितने लोग विदेशी जेलों में बंद हैं, इस संबंध में कोई पृथक जानकारी उपलब्ध नहीं है।

सांसद ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कुवैत की कुछ कंपनियां भारतीय श्रमिकों पर मनमाना दबाव डालकर उनसे अनुबंध के विपरीत कार्य करवाती हैं, जिससे उन्हें गिरफ्तारी और जेल जाने का खतरा बना रहता है। इस पर मंत्रालय ने जवाब दिया कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

राजकुमार रोत ने कुवैत में फंसे भारतीय नागरिकों की रिहाई, उन्हें विधिक सहायता उपलब्ध कराने, कैदी स्थानांतरण संधियों के प्रभावी क्रियान्वयन और उच्चस्तरीय कूटनीतिक बातचीत की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने मांग की कि उदयपुर संभाग से संबंधित पृथक और विस्तृत डेटा तैयार किया जाए तथा वहां के फंसे हुए लोगों की रिहाई के लिए विशेष पहल की जाए, ताकि उन्हें और उनके परिवारों को समय पर न्याय व सहायता मिल सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष