राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने शवण सिंह को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से किया सम्मानित

चंडीगढ़, 26 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने शुक्रवार को फिरोजपुर जिले के दस वर्षीय बालक शवण सिंह को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अदम्य साहस, मानवता और समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।

शवण सिंह सीमावर्ती जिला फिरोजपुर के गांव चकतारण वाली के निवासी हैं और वर्तमान में ममदोट स्थित सिटी हार्ट स्कूल में अध्ययनरत हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन हमलों का खतरा बना हुआ था, उस समय भी शवण ने बिना भय के अपने घर से दूध, रोटी और लस्सी लेकर तैनात सैनिकों तक पहुंचकर उनकी सहायता की। इतनी कम उम्र में दिखाया गया यह साहस और संवेदनशीलता सभी के लिए प्रेरणादायी बन गया।

इतना ही नहीं, शवण सिंह ने अपने परिवार और स्थानीय समुदाय के लोगों को भी सेना की मदद के लिए प्रेरित किया, जिससे क्षेत्र में सहयोग और सेवा की भावना और मजबूत हुई। उनके इस कार्य ने यह साबित कर दिया कि देशसेवा उम्र की मोहताज नहीं होती, बल्कि साहस और मानवीय मूल्यों से जुड़ी होती है।

शवण सिंह के इस असाधारण योगदान की सराहना केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी की और उन्हें देश के अन्य बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत बताया। इसके अलावा, मेजर जनरल रणजीत सिंह मनराल ने भारतीय सेना की ओर से उन्हें प्रशंसा पत्र प्रदान किया तथा एक लाख 11 हजार रुपये की पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के माध्यम से शवण सिंह को सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट भूमिका, साहस और निस्वार्थ योगदान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है। उनका यह कार्य आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति, सेवा और मानवता के मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देता रहेगा।------

हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा