बीएचयू के दीक्षांत समारोह में मुख्य मंच से 20 छात्राओं और 09 छात्रों को मिलेगा स्वर्ण पदक

—प्रदान की जाएंगी कुल 13,650 उपाधियां, 12 दिसंबर को स्वतंत्रता भवन में आयोजित होगा मुख्य दीक्षांत समारोह

वाराणसी,10 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) 12 दिसंबर शुक्रवार को अपना 105वां दीक्षांत समारोह आयोजित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस वर्ष के दीक्षांत समारोह में कुल 13,650 उपाधियां प्रदान की जाएंगी। मुख्य समारोह परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन में पूर्वांह 11.00 बजे से आयोजित किया जाएगा। बुधवार को विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय सभागार में कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने यह जानकारी पत्रकारों को दी।

उन्होंने बताया कि दीक्षांत के मुख्य समारोह के दौरान मंच से 29 मेधावी विद्यार्थियों को 2 चांसलर पदक, 2 स्वर्गीय महाराजा विभूति नारायण सिंह स्वर्ण पदक और 29 बीएचयू पदक प्रदान किए जाएंगे। कुलपति ने कहा कि दीक्षांत केवल शैक्षणिक डिग्री का औपचारिक समापन नहीं, बल्कि एक विद्यार्थी के जीवन वह महत्वपूर्ण क्षण है, जो वर्षों के परिश्रम का परिणाम होने के साथ ही एक नई यात्रा की शुरुआत भी है। कुलपति ने डिग्री प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के आधिकारिक पुरा छात्र पोर्टल से जुड़ विश्वविद्यालय समुदाय से जुड़े रहने और विश्वविद्यालय के भविष्य के विकास में योगदान देते रहने के लिए प्रेरित किया।

परीक्षा नियंता प्रो. सुषमा घिल्डियाल ने दीक्षांत समारोह की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस बार मुख्य मंच से मिलने वाले 29 स्वर्णपदक में से 20 छात्राओं को मिलेगा। वहीं,09 मेडल छात्रों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. विजय कुमार सारस्वत, सदस्य, नीति आयोग और जेएनयू के कुलाधिपति, एक प्रख्यात रक्षा वैज्ञानिक हैं। डॉ. सारस्वत ने भारत के स्वदेशी मिसाइल कार्यक्रमों, बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम और कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे डीआरडीओ के सचिव भी रह चुके हैं और वैकल्पिक ऊर्जा, सुपरकंप्यूटिंग, सिलिकॉन फोटोनिक्स, भारतीय माइक्रोप्रोसेसर और मेथनॉल अर्थव्यवस्था जैसे अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी मार्गदर्शन देते रहे हैं। पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित डॉ. सारस्वत राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रयासों को सलाहकार की भूमिका के माध्यम से निरंतर दिशा देते रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह के आयोजन स्थल स्वतंत्रता भवन को विशेष रूप से सजाया गया है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद् के सदस्य, विभिन्न संस्थानों व संकायों के सदस्य व विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे। दीक्षांत समारोह के बाद विश्वविद्यालय के विभिन्न संस्थानों और संकायों द्वारा उपाधि वितरण समारोह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किये जाएंगे। 10 दिसंबर दोपहर 12 बजे तक तकरीबन 11000 विद्यार्थियों ने दीक्षांत समारोह में उपाधि ग्रहण करने के लिए विश्वविद्यालय के पोर्टल पर अपनी सहमति दर्ज कर दी है। इस वर्ष के दीक्षांत समारोह में 7,449 स्नातक, 5,484 स्नातकोत्तर, 712 पीएचडी, 4 एम.फिल और डॉ. ऑफ साइंस की एक उपाधि प्रदान की जाएगी। डॉक्टर ऑफ साइंस की डिग्री चिकित्सा संकाय में प्रदान की जा रही है। सभी संस्थानों व संकायों में कुल 554 पदक प्रदान किए जाएंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी