नेपाल में प्रतिनिधि सभा का चुनाव तय समय पर कराने को अंतरिम सरकार हुई सक्रिय

काठमांडू, 26 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा के चुनाव को तय समय पर संपन्न कराने के उद्देश्य से प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ संवाद तेज कर दिया है।इसी क्रम में प्रधानमंत्री कार्की ने शुक्रवार को संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री जगदीश खरेल को तीन प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं से परामर्श करने के लिए भेजा। इन बैठकों के बाद उन्होंने उन्हीं नेताओं को शनिवार को अपने आवास पर आगे की बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। प्रतिनिधि सभा का चुनाव 5 मार्च को प्रस्तावित है।प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार नेपाली कांग्रेस, नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (नेकपा) के नेताओं को विश्वास बहाली और आगामी चुनाव की तैयारियों को गति देने के उद्देश्य से आमंत्रित किया गया है। सरकार की यह पहल ऐसे समय पर हुई है जब प्रमुख राजनीतिक दल 12 सितंबर को भंग की गई प्रतिनिधि सभा की बहाली की मांग कर रहे हैं और सीधे चुनाव की ओर बढ़ने के बजाय पुनर्स्थापना पर जोर दे रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में अंतरिम सरकार ने सतत राजनीतिक संवाद के माध्यम से विश्वास बहाली को प्राथमिकता दी है।राजनीतिक दलों के साथ वार्ता को सुगम बनाने के लिए अंतरिम सरकार ने कानून मंत्री अनिल कुमार सिन्हा के संयोजकत्व में एक उच्चस्तरीय राजनीतिक संवाद समिति का गठन किया है। समिति के सदस्य के रूप में मंत्री खरेल पहले ही विभिन्न दलों के कार्यालयों का दौरा कर वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। खरेल ने शुक्रवार को नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा, नेकपा-एमाले के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली तथा नेकपा के समन्वयक पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ से उनके निवास पर भेंट की। इन बैठकों के बाद खरेल ने कहा कि सरकार को पूरा विश्वास है कि 5 मार्च को चुनाव अवश्य होंगे।इससे पहले राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल की पहल पर प्रधानमंत्री कार्की ने शीतल निवास में भी इन्हीं नेताओं के साथ वार्ता की थी। उस बैठक में देउबा और ओली ने कहा था कि अनुकूल राजनीतिक और सुरक्षा वातावरण के अभाव में 5 मार्च को चुनाव कराना संभव नहीं होगा।-----------

हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास