धमतरी जिले में अब तक 193 करोड़ रुपये से ज़्यादा की धान खरीद

किसानों को मिल रहा समय पर भुगतान, कोचियों पर नकेल

धमतरी, 29 नवंबर (हि.स.)। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में धमतरी जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीद का कार्य पूरी पारदर्शिता, सुव्यवस्थित प्रबंधन और सतत् निगरानी के साथ सुचारू रूप से जारी है। जिले की 74 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एवं आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों के अंतर्गत संचालित कुल 100 धान उपार्जन केंद्रों में 1,27,851 किसानों का 1,19,541.09 हेक्टेयर रकबा पंजीकृत किया गया है, जिसमें 76,046 सीमांत, 49,493 लघु और 2,312 दीर्घ किसान शामिल हैं।

15 से 28 नवंबर 2025 तक जिले में 17,580 किसानों से 81,704.52 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। खरीदे गए धान का कुल मूल्य 193.86 करोड़ रुपये है, जिसका भुगतान किसानों को प्रतिदिन नियमित रूप से किया जा रहा है। धान खरीदी व्यवस्था को बेहतर और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

नोडल अधिकारी सप्ताह में एक बार केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की सुगमता, पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित कर रहे हैं।विपणन वर्ष 2024-25 में उपार्जित धान के मिलिंग हेतु जिले में 102 राइस मिलों का पंजीयन हुआ है। इनमें से 55 राइस मिलों को 2,51,552 मीट्रिक टन धान उठाव की अनुमति दी गई है तथा 1,99,248 मीट्रिक टन का अनुबंध किया जा चुका है।धान खरीदी से संबंधित मांग एवं शिकायतों के निराकरण के लिए जिला स्तरीय कमांड एवं कंट्रोल सेंटर कलेक्टोरेट के कक्ष क्रमांक 11 में संचालित है। यहां प्राप्त 17 आवेदनों में से 14 का निराकरण किया जा चुका है, जबकि शेष 3 पर कार्रवाई जारी है।

कोचियों और बिचौलियों द्वारा अवैध भंडारण एवं परिवहन रोकने के लिए राजस्व, कृषि, खाद्य, सहकारिता और मंडी विभाग के अधिकारियों का उड़नदस्ता दल गठित किया गया है। ओडिशा सीमा पर बोराई (घुटकेल), बांसपानी, बनरौद और सांकरा चेकपोस्ट पर निगरानी की व्यवस्था की गई है। अब तक 28 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिनमें 1,253 मीट्रिक टन धान एवं 2 वाहन जप्त किए गए हैं। कार्रवाई लगातार जारी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा