पवन शर्मा ने एसएमवीडीयू एमबीबीएस प्रवेश पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की विभाजनकारी और गैर-ज़िम्मेदाराना टिप्पणियों की निंदा की

जम्मू, 28 नवंबर (हि.स.)।

पवन शर्मा ने आज एसएमवीडीयू मेडिकल कॉलेज में चल रहे प्रवेश मुद्दे पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की बेहद गैर-ज़िम्मेदाराना और भड़काऊ टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की।

शर्मा ने ज़ोर देकर कहा कि जम्मू के युवाओं की वास्तविक चिंताओं का समाधान करने और प्रवेश में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के बजाय मुख्यमंत्री ने इस विवाद को अनावश्यक रूप से राजनीतिक और विभाजनकारी रंग देने का विकल्प चुना है।

शर्मा ने कहा कि जम्मू के छात्रों की आकांक्षाओं को कश्मीरी छात्रों को कथित धमकियों से जोड़ना, वहाँ भय और तनाव पैदा करने का प्रयास है जहाँ ऐसा कुछ भी नहीं है।

उन्होंने कहा, एक मुख्यमंत्री को एकजुट होना चाहिए, उकसाना नहीं चाहिए। उनकी टिप्पणी पूरे क्षेत्र के मेधावी छात्रों की आकांक्षाओं को तुच्छ बनाती है और हमारी शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को कम करती है।

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री का यह विवादास्पद आरोप कि जम्मू में नीतिगत फैसलों के कारण कश्मीरी छात्रों को विदेश में दाखिला लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है,

राजनीतिक रक्षण और चुनिंदा उत्पीड़न के एक चिंताजनक पैटर्न को दर्शाता है।

शर्मा ने कहा, चिकित्सा शिक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार करने के बजाय, सरकार झूठे आख्यान गढ़ने में व्यस्त है। इससे कश्मीर या जम्मू के युवाओं का कोई भला नहीं होगा। शर्मा ने आगे चिंता व्यक्त की कि

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / SONIA LALOTRA