धमतरी : रेलवे प्रभावित परिवारों का व्यवस्थापन नहीं, ठंड में खुले आसमान के नीचे टेंट लगाकर सोने काे मजबूर

डागा धर्मशाला में खुले आसमान के नीचे परिवार रह रहे।

धमतरी, 10 दिसंबर (हि.स.)। बड़ी रेललाइन निर्माण के लिए पिछले दिनों रेलवे प्रशासन ने इन परिवारों का अतिक्रमण हटा दिया है, ऐसे में कई परिवार सड़क पर आ गए है। प्रभावित परिवारों का व्यवस्थापन नहीं हुआ है। रहने के लिए घर व जमीन भी नहीं है, ऐसे में 13 पीड़ित परिवार कड़ाके की इस ठंड में खुलेआमसान के नीचे परिवार समेत सोने मजबूर है। वार्ड के पार्षद इनकी समस्या को देखते हुए उनके समर्थन में वह भी खुले आसमान के नीचे अपना परिवार छोड़कर रह रहे हैं, ताकि इन परिवारों को निगम से अस्थायी तौर पर जगह मिल सके, जहां प्रभावित परिवार तंबू लगाकर अपना जीवन यापन कर सकें।

रेलवे प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने के बाद वर्तमान में स्टेशनपारा के 13 प्रभावित परिवार शहर के डागा धर्मशाला के खाली जगह पर खुले आसमान के नीचे कड़ाके के इस ठंड पर परिवार समेत रह रहे हैं। इन परिवारों पर टूटी मुसीबत के बाद उनकी दिक्कतों को देखते हुए स्टेशनपारा वार्ड के स्वतंत्र पार्षद रामेश्वर छोटू वर्मा भी अपने जनप्रतिनिधि होने के जिम्मेदारी को निभाते हुए इन परिवारों के साथ कड़ाके के इस ठंड में पिछले दो दिनों से सो रहे हैं।

पार्षद श्री वर्मा ने कहा कि ये सभी परिवार मजदूर वर्ग के है। सप्ताह के सात दिन इन परिवारों को काम नहीं मिलता है। किसी तरह जीवनयापन कर रहे हैं। कोई आरामिल में तो कोई होटल में कार्य करते हैं। पीड़ित परिवारों की मांग है कि नगर निगम उन्हें अस्थायी तौर पर जमीन दें, ताकि वे वहां तंबू लगाकर परिवार समेत रह सके। क्योंकि उनके पास फिलहाल जमीन व मकान की व्यवस्था नहीं है। पार्षद का कहना है कि निगम उद्योगपतियों को लीज पर कीमती जमीन दिए है, लेकिन इन परिवारों को अस्थायी तौर पर जमीन देने तैयार नहीं है। उनकी मांग है कि कुछ समय के लिए इन परिवारों को खाली पड़े जगह को दें, जहां से वे फिलहाल तंबू लगाकर रह सके। बाद में रेलवे प्रभावितों के लिए तैयार होने वाले महिमासागर वार्ड के 287 पीएम आवास में इन लोगों को व्यवस्थापन करने की मांग की है। निगम के स्वतंत्र पार्षद रामेश्वर छोटू वर्मा ने बताया कि जब तक इन परिवारों को अस्थायी जमीन निगम की ओर से नहीं मिल जाता, तब तक वे भी इन परिवारों के साथ खुले आसमान में रहेंगे। वहीं कुछ वार्डाें के अन्य स्वतंत्र पार्षद मदन नेवारे, प्रकाश सिन्हा, कुशल लोढ़ा भी उनके समर्थन में यहां रात गुजारेंगे। रेलवे की जगह से अतिक्रमण हटाने के बाद सालों से वहां पर रह रहे 60 देवार परिवारों का भी व्यवस्थापन नहीं हुआ है। यह परिवार भी फिलहाल पूर्व मंडी प्रांगन व आसपास रह रहे हैं। इन परिवारों को भी अस्थायी तौर पर जगह दिलाने की मांग की थी, जिस पर उन्हें मंडी के आसपास निगम की ओर से रहने जगह उपलब्ध कराई गई है। ठीक ऐसे ही 13 परिवारों के लिए भी अस्थाीय तौर पर जगह दिया जाए। इस संबंध में नगर निगम धमतरी महापौर रामू रोहरा ने कहा कि डागा धर्मशाला को छोड़कर ये परिवार निगम के खाली जगहों पर कुछ समय के लिए अस्थायी तौर पर रह सकते हैं। 60 से अधिक परिवारों को पुराना मंडी क्षेत्र में अस्थायी तौर पर रहने के लिए जगह दिया गया है। ये परिवार भी ऐसे जगहों पर रह सकते हैं। पीएम आवास तैयार होने के बाद इन परिवारों का व्यवस्थापन कराया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा