कांग्रेस सरकार की मंडी रैली में अंतर्कलह उजागर, तीन साल का कार्यकाल असफल : रणधीर शर्मा
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- Dec 11, 2025
शिमला, 11 दिसंबर (हि.स.)। कांग्रेस सरकार के तीन साल पूरे होने पर गुरूवार को मंडी में आयोजित रैली पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी और वरिष्ठ विधायक रणधीर शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस कार्यक्रम को जश्न नहीं बल्कि जनता के साथ धोखे का महोत्सव बताया और कहा कि सरकार अंदर से टूट चुकी है। रणधीर शर्मा ने गुरूवार को कहा कि मंच से दिए गए कांग्रेस नेताओं के बयानों ने साफ कर दिया कि पार्टी आपसी राजनीति में उलझी हुई है, जबकि जनता गंभीर समस्याओं से जूझ रही है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने रैली में बयान दिया है, जिसमे उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े किए हैं। यह पहली बार हुआ कि किसी सरकार का दूसरा सर्वोच्च पदाधिकारी मंच से ही मुख्यमंत्री की छवि को ध्वस्त करता दिखाई दिया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल द्वारा उपमुख्यमंत्री को “मैन ऑफ द मैच” बताना इस बयानबाजी को मान्यता देने जैसा है।
भाजपा नेता ने अफसरों पर रात के समय कार्रवाई करने और धमकाने वाली भाषा को लोकतंत्र और प्रशासनिक मर्यादा के लिए खतरा बताते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार तीन साल में विकास का कोई आंकड़ा पेश नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि अब सत्ता का दुरुपयोग कर अफसरों, कर्मचारियों और जनता को डराने की कोशिश की जा रही है।
रणधीर शर्मा ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पर सवाल उठाए और कहा कि जनता को महंगाई, बेरोजगारी, प्रशासनिक अव्यवस्था और जनविरोधी फैसलों का बोझ मिला। उन्होंने पूछा कि क्या जश्न मनाने का कारण यह है कि हिमकेयर बंद कर हजारों मरीजों को इलाज से वंचित किया गया, सहारा, शगुन और गणी सुविधा योजनाएँ बंद की गईं, बिजली-पानी के बिल बढ़ाए गए और पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त शुल्क लगाया गया। उनके अनुसार तीन साल में कांग्रेस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यही है कि जनता को आर्थिक और सामाजिक कठिनाइयों में डाल दिया गया।
रणधीर शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि मंडी रैली में वही जिला चुना गया, जहां प्राकृतिक आपदाओं ने सबसे अधिक नुकसान पहुँचाया था। उन्होंने कहा कि आपदा पीड़ित परिवार आज भी मुआवजा और राहत का इंतजार कर रहे हैं, और सरकार उसी जिले में तामझाम के साथ जश्न मना रही है। उन्होंने यह भी बताया कि रैली का खर्च आपदा राहत राशि से किया गया, जो जनता के साथ दोहरी धोखाधड़ी है।
भाजपा नेता ने रैली में असली कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कमी और सरकारी कर्मचारी व लाभार्थियों की अधिक भागीदारी को जनसमर्थन का नहीं बल्कि सरकारी तंत्र से जुटाई गई भीड़ का उदाहरण बताया।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा



