वार्षिकी 2025 : अग्निकांड ने देश को झकझोरा, 56 लोगों की गई जान
- Admin Admin
- Dec 29, 2025
जयपुर, 29 दिसंबर (हि.स.)। वर्ष 2025 खत्म होते-होते राजस्थान को आग लगने की ऐसी भयावह घटनाओं का सामना करना पड़ा, जिनका दर्द प्रदेश आज तक नहीं भूल पाया है। पिछले साल दिसंबर 2024 में जयपुर–अजमेर हाईवे के भांकरोटा टैंकर अग्निकांड की यादें अभी ताजा ही थीं कि 2025 में एक के बाद एक आगजनी की घटनाओं ने पूरे प्रदेश को दहला दिया। सालभर में अलग-अलग हादसों में कुल 56 लोगों की दर्दनाक मौत हुई।
अक्टूबर 2025 आगजनी के लिहाज से सबसे भयावह महीना रहा। अकेले इस महीने की तीन बड़ी घटनाओं में 40 लोगों की जान चली गई।
5 अक्टूबर – SMS अस्पताल अग्निकांड (9 मौतें)
राजधानी जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर आईसीयू में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगते ही वार्ड में धुआं भर गया और अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में 9 मरीजों की मौत हो गई। घटना ने प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। इसके बाद राज्यभर के अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्थाओं की जांच करवाई गई, जिसमें कई जगह गंभीर खामियां सामने आईं।
7 अक्टूबर – दूदू एलपीजी सिलेंडर ट्रक हादसा (2 मौतें)
जयपुर–अजमेर हाईवे पर दूदू के पास एलपीजी सिलेंडरों से भरे ट्रक में पीछे से टैंकर घुस गया। टक्कर के बाद ट्रक में आग लग गई और एक-एक कर 204 सिलेंडर धमाकों के साथ फट गए। पूरा हाईवे घंटों बंद रहा। इस हादसे में दो लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई।
14 अक्टूबर – जैसलमेर बस अग्निकांड (29 मौतें)
जैसलमेर से जोधपुर जा रही निजी एसी स्लीपर बस में थईयात गांव के पास अचानक आग लग गई। बस में सवार 57 यात्रियों में से 29 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई बच्चे भी शामिल थे। आग लगते ही बस के दरवाजे जाम हो गए। मृतकों की पहचान डीएनए जांच से करानी पड़ी। इसके बाद एसी बसों में आपातकालीन दरवाजों और बॉडी निर्माण पर सख्ती की गई।
सालभर की अन्य बड़ी आगजनी घटनाएं
-1 मई – अजमेर होटल अग्निकांड: डिग्गी बाजार स्थित होटल में एसी फटने से आग, एक ही परिवार के 4 जायरीनों की मौत।
-दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे, अलवर: पिकअप वाहन में आग लगने से 3 लोग जिंदा जले।
-3 जुलाई – जयपुर-दूदू NH-48: ट्रक-ट्रेलर भिड़ंत के बाद आग, 2 की मौत।
-8 मई – हनुमानगढ़ तेजाब फैक्ट्री: फैक्ट्री में आग से 2 मजदूरों की मौत।
-16 अप्रैल – उदयपुर: छप्परपोश मकान में आग से भाई-बहन की मौत।
-20 मार्च – बाड़मेर (शिव): एसयूवी आग का गोला बनी, गुजरात के 2 लोगों की मौत।
-2 फरवरी – जालौर: सरकारी क्वार्टर में आग से आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. मुरारीलाल मीणा की मौत।
सिस्टम पर उठे सवाल
लगातार हुई आगजनी की घटनाओं ने सड़क सुरक्षा, अस्पताल प्रबंधन, औद्योगिक सुरक्षा और अग्निशमन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। कई हादसों के बाद नियम बदले गए, जांच अभियान चले और सख्ती के निर्देश दिए गए, लेकिन साल के अंत तक आंकड़े डराने वाले ही रहे। वर्ष 2025 राजस्थान के लिए आगजनी की घटनाओं के कारण एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। यह साल प्रशासन और समाज दोनों के लिए चेतावनी बनकर आया कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी भारी पड़ सकती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित



