संस्कार भारती द्वारा बेतिया में 13-14 दिसंबर को भोजपुरिया कला हाट का होगा आयोजन

पटना, 12 दिसंबर (हि.स.)। कला, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में काम करने वाली देश की अग्रणी संस्था संस्कार भारती के तत्वावधान में आगामी 13 और 14 दिसंबर, 25 को 'भोजपुरिया कला हाट' का आयोजन बेतिया में किया जाएगा।

बड़ा रमना स्थित प्रेक्षागृह में होने वाले इस आयोजन में बिहार के राज्यपाल डॉ आरिफ मोहम्मद खान 14 दिसंबर को 'भारत का स्वत्व' विषय पर अपना भाषण देंगे। ‌संस्कार भारती के अखिल भारतीय मंत्री डॉ संजय कुमार चौधरी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रविशंकर सिंह बिसेन तथा स्थानीय सांसद डॉ संजय जायसवाल कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।

इस विषयक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए हुए संस्कार भारती के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ दिवाकर राय ने बताया कि दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में सामान्य श्रोताओं को 'परिवार प्रबोधन' तथा 'भारत का स्वत्व' विषय पर दो प्रमुख सत्रों में गंभीर बौद्धिक सुनने को मिलेगा। 13 दिसंबर को 10:30 बजे कार्यक्रम का उद्घाटन होगा। इससे पूर्व सभी अतिथि 'कला हाट' का भ्रमण करेंगे।

इस 'कला हाट' में भोजपुरी हस्तकला, सिक, बाँस व मूँज कला, काष्ट कला, मूर्ति कला, सिलाई-कढ़ाई कला, स्वादिष्ट व्यंजन, पेंटिंग, घरेलू उद्योग आदि से संबंधित कुल पन्द्रह स्टॉल लगाए जायेंगे। यहाँ प्रदर्शनी के अतिरिक्त बिक्री के लिए भी सामान उपलब्ध रहेगा। उद्घाटन सत्र का मुख्य विषय भोजपुरी क्षेत्र में परिवार व्यवस्था को पुनः सुदृढ़ करने पर केन्द्रित है।

इसमें मुख्य वक्ता के रूप में संस्कार भारती के केन्द्रीय मंत्री डॉ संजय कुमार चौधरी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रविशंकर सिंह बिसेन रहेंगे।

इस सत्र के बाद दूसरे सत्र में स्थानीय, प्रांतीय और राष्ट्रीय स्तर के भोजपुरी कलाकारों द्वारा लोकगीत व लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी। इसमें लोकगीत तो होगा ही, थारू लोकनृत्य झमटा और झूमरा, पँवरिया, बिरजाभार, बिम्बो, पखावज, फर्री, समा-चकवा, कजरी जैसे भोजपुरी लोकनृत्य की प्रस्तुति भी होगी।

हरनाटांड़ तथा गौनाहा से थारू लोककलाकार भी इसमें सम्मिलित होंगे। यह सांस्कृतिक कार्यक्रम चार घंटे तक चलेगा।

दूसरे दिन की शुरुआत सुबह दस बजे एकल नाटक प्रस्तुति तथा लोकनृत्य से होगा। राज्यपाल का आगमन साढ़े ग्यारह बजे होगा। वे 'कला हाट' का भ्रमण करेंगे। फिर मंच पर उनका आगमन होगा। राष्ट्रगान के पश्चात् दीप-प्रज्वलन और संस्कार भारती का ध्येयगीत होगा। फिर स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण प्रसंग अंगरेजी मुखबिर फणीन्द्रनाथ घोष की क्रांतिकारियों द्वारा बेतिया मीना बाजार में हत्या पर आधारित डॉ दिवाकर राय रचित भोजपुरी नाटक 'फनिया-वध' का लोकार्पण होगा।

इसके पश्चात् स्वागत -सम्मान आदि के बाद उनके समक्ष थारू लोकनृत्य झमटा की प्रस्तुति होगी। फिर उनका 'भारत का स्वत्व' विषय पर माननीय राज्यपाल का संबोधन होगा। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुरभित दत्त