“अरावली बचाओ–देश बचाओ” की हुंकार से गूंजा अलवर: कटी घाटी से मिनी सचिवालय तक कांग्रेस ने निकाली रैली
- Admin Admin
- Dec 27, 2025


अलवर, 27 दिसंबर (हि.स.)। अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर अलवर जिला कांग्रेस कमेटी ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। कटी घाटी से शुरू हुई कांग्रेस का यह आक्रोशपूर्ण रैली जब नारेबाजी करती हुई मिनी सचिवालय पहुंची, तो पूरा क्षेत्र “अरावली बचाओ–देश बचाओ” के उद्घोष से गूंज उठा। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, पदाधिकारी और आम नागरिक शामिल हुए। जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर अरावली को लेकर षड्यंत्र रचने और अवैध खनन को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगाए।
हाथों में तख्तियां, बैनर और पोस्टर लिए कार्यकर्ताओं ने अरावली को बचाने का संकल्प दोहराया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अरावली सिर्फ पहाड़ नहीं, बल्कि राजस्थान की जीवनरेखा है, जिसे बचाना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। मिनी सचिवालय के बाहर आयोजित सभा को कई नेताओं ने संबोधित किया।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अरावली पर्वतमाला पर सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद अवैध खनन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन सरकार आंखें मूंदे बैठी है। जूली ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विकास के नाम पर प्रकृति का सौदा कर रही है। उन्होंने कहा, अरावली बचेगी तो पानी बचेगा, पर्यावरण बचेगा और आने वाली पीढ़ियां सुरक्षित रहेंगी। कांग्रेस इस विनाश को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र और राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगा रही है, जबकि सच्चाई यह है कि आज अरावली सबसे ज्यादा खतरे में है। डोटासरा ने कहा, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव झूठ बोल रहे हैं। कांग्रेस शासन में अरावली को खत्म करने का कोई काम नहीं हुआ। उल्टा, भाजपा सरकार के कार्यकाल में अवैध और तथाकथित वैध खनन के नाम पर पहाड़ों को छलनी किया जा रहा है।
सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि यह आंदोलन केवल जिला मुख्यालय तक सीमित नहीं रहेगा। आने वाले दिनों में ब्लॉक और मंडल स्तर पर भी अरावली बचाव को लेकर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए जाएंगे। कांग्रेस ने साफ किया कि जब तक अरावली को सुरक्षित करने की ठोस नीति नहीं बनती और अवैध खनन पर पूर्ण रोक नहीं लगती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
अंत में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए अरावली क्षेत्र में हो रहे खनन की उच्च स्तरीय जांच, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की सख्ती से पालना और पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष कानून बनाने की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने चेताया कि यदि सरकार ने इन मांगों को नजरअंदाज किया, तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।
कांग्रेस की रैली को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कार्यक्रम में तैनात किये गए। इसके अलावा मिनी सचिवालय के बाहर भी बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने सचिवालय के बाहर बेरीकेटिंग की ताकि कांग्रेसी अंदर नहीं जा पाए लेकिन फिर भी कई कांग्रेस नेता बेरीकेटिंग पर चढ़ गए। कई बार पुलिसकर्मी और कार्यकर्ताओ के बीच झड़प हुई।
रैली में नेता प्रतिपक्ष जूली और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत, पूर्व मंत्री शकुंतला रावत, पूर्व विधायक बलजीत यादव, अध्यक्ष प्रकाश गंगावत, बलराम यादव, इंद्राज गुर्जर,दीन बंधु शर्मा, आर्यन खान सहित कई अन्य नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / मनीष कुमार



