एक्ट में संशोधन, हिंदुओं को अल्पसंख्यक दर्जा ही स्थायी हल - साहनी

एक्ट में संशोधन, हिंदुओं को अल्पसंख्यक दर्जा ही स्थायी हल - साहनी


जम्मू, 27 दिसंबर । केन्द्र व उमर अब्दुल्ला सरकार के सयुंक्त प्रयासों से श्री माता वैष्णो देवी मैडिकल कालेज विवाद का स्थाई हल‌ संभव है यह कहना है शिवसेना (यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई प्रमुख मनीश साहनी का।

पार्टी प्रदेश अधयक्ष मनीश साहनी ने जम्मू के इंदिरा चौक पर पत्रकारों से विशेष बातचीत पर कहा कि श्री माता वैष्णो देवी मैडिकल कालेज विवाद धार्मिक आस्था से जुड़ा अतिसंवेदनशील मुद्दा है। हमे अखबारों की सुर्खियां नहीं विवाद का स्थाई हल निकालना है।

उन्हाेंने कहा कि एकबार फिर जम्मू को अंदोलन की राह पर‌ धकेला जा रहा है। आज जो लोग पर्दे के पीछे से अंदोलन की चिंगारी को सुलगा रहे हैं काफी हद तक विवाद के लिए वही लोग जिममेदार है। 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 , 35 ए का निरस्त्रीकरण किया गया उस दौरान भी श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय अधिनियम में हिन्दूओं की प्राथमिकता को लेकर संसोधन करने में कोई रूचि नहीं दिखाई गई । श्राईन बोर्ड के गठन के दौरान भी भाजपा के नेता विधानसभा में खामोशी ओडे बैठे रहे।

साहनी ने कहा कि विश्वविद्यालय अधिनियम में तत्काल संसोधन व जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं को अलपसंख्यक समुदाय का दर्जा ही एकमात्र स्थाई हल‌ है। साहनी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से तत्काल हसतक्षेप व अपने संवैधानिक अधिकार (अनुच्छेद 174) के तहत विधानसभा सत्र बुलाने के निर्देश जारी करने व भाजपा के तमाम विधायकों से विश्वविद्यालय को हिन्दू दर्जा व अधिनियम में संसोधन का प्रस्ताव पारित करने का दबाव बनाने की मांग की है। इसके साथ‌ ही केन्द्र सरकार से जम्मू-कश्मीर में अलपसंख्यक आयोग का गठन कर हिन्दू को अलपसंख्यक का दर्जा देने की मांग की है।

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