बालिकाओं की शिक्षा और महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए किए जाएं विशेष प्रयास : विजया रहाटकर
- Admin Admin
- Nov 28, 2025
- राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष ने इंदौर संभाग के कलेक्टर्स और संभागीय अधिकारियों के साथ की बैठकइंदौर, 28 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के इंदौर प्रवास के दौरान सम्भाग के कलेक्टर्स, जिला पंचायत सीईओ और सम्भागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा के लिए और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। विद्यालयों में सभी लड़कियों को प्रवेश मिले इसके लिए भी विशेष प्रयास किए जाएं।
बैठक में उन्होंने निर्देशित किया कि संभाग में बालक-बालिका शिशु लिंगानुपात के अंतर को कम करने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए। समाज में बालक-बालिकाएं दोनों एक सम्मान है। इस बैठक में सम्भागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े द्वारा संभाग की जानकारी प्रस्तुत की गई। प्रदेश सहित संभाग में महिला सशक्तिकरण की दिशा में क्रियान्वित योजनाओं में लाड़ली लक्ष्मी व लाड़ली बहनों की सहभागिता के संबंध में जानकारी प्रस्तुत की।
जिन विभागों में 10 से अधिक महिलाएं कार्य करती हैं, वहां बनेगी इंटरनल कमेटीआयोग की अध्यक्ष ने संभागायुक्त और सभी कलेक्टर्स को निर्देशित करते हुए कहा कि महिलाओं पर होने वाले शोषण को रोकने और महिला सुरक्षा के लिए सभी जगह प्रोटेक्शन ऑफिसर की नियुक्ति अनिवार्य रूप से की जाए। यह आदेश सर्वोच्च न्यायालय का भी है। यह कार्य आगामी दो माह में पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि समाज की आधी आबादी महिलाओं की है। समाज में बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं है, जो असंगठित क्षेत्रों में कार्य करती है, किंतु उनकी सुरक्षा और उन्हें सही न्याय मिले इसके लिए अधिक से अधिक स्थानीय स्तर पर इंटरनल कमेटी बनायी जाए। जिस संस्थान में 10 या इससे अधिक महिलाएं कार्यरत है, वहाँ स्थानीय स्तर पर इंटरनल कमेटी बनाना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाए। साथ ही इसका विशेष रूप से प्रचार-प्रसार किया जाए। कलेक्टर एवं कमिश्नर स्वयं इसकी लगातार मॉनिटरिंग करें।
उन्होंने कहा कि समाज में आज बड़ी संख्या में विवाह तो हो रहे हैं, लेकिन दोनों में आपसी समन्वय के अभाव के कारण उनमें जल्दी संबंध विच्छेद हो रहे हैं। इस वजह से समाज में तलाक की मामले बढ़ते जा रहे है। इसको रोकने के लिए प्री-मेडिकल कम्युनिकेशन सेंटर शुरू किए जाए। इसमें मनोवैज्ञानिक या मास्टर ऑफ सोशल वर्क का सहयोग लिया जाए, जो काउंसलिंग करेंगे। इस तरह के सेंटर तहसील स्तर पर शुरू किए जाएं।उन्होंने कहा कि प्री-मेडिकल कम्युनिकेशन सेंटर नागपुर के शंभाजी नगर में संचालित हो रहे है और कुछ ही समय में वहाँ उनकी संख्या 60 हो गई है। इस सेंटर के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। हमारा लक्ष्य देशभर में 100 प्री-मेडिकल कम्यूनिकेशन सेंटर बनाने का लक्ष्य है।
जिला कलेक्टरर्स ने बताएं महिला सशक्तीकरण, शिक्षा, आजीविका के नवाचारबैठक में आयोग की अध्यक्ष ने संभाग के सभी कलेक्टर्स से महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए गये कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली। इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने इंदौर भिक्षावृत्ति मुक्त इंदौर अभियान के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर विभिन्न रोजगार मूलक गतिविधियों में सलग्न किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप समाज में महिलाओ में एक सकारात्मक और बड़ा बदलाव दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल भिक्षावृत्ति समाप्त करने का प्रयास नहीं है, बल्कि महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका उपलब्ध कराकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कुपोषण मुक्त झाबुआ के लिए नवाचार—मोटी आई अभियान को मिली रफ्तार
झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना ने बताया कि जिले में नवाचार के तहत संचालित मोटी आई कैम्पेन को व्यापक जनसहभागिता प्राप्त हो रही है। अभियान के संबंध में बताया कि मोती आई यानी बड़ी माँ जो सबका ध्यान रखती है। इसी तर्ज पर ग्रामीण महिलाओं को जिनके बच्चे स्वस्थ्य व तुंदुरूस्त है। उस क्षेत्र की आँगनबाड़ी में जिम्मेदारी दी गई जो कुपोषित बच्चों के माता पिता को आवश्यक सलाह मशविरा देती है।
बड़वानी कलेक्टर जयती सिंह ने बड़वानी जिले में नवाचार के तहत संचालित ग्रीन कमांडो पोषण क्लीनिक तथा सिकल सेल उन्मूलन अभियान की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में कुपोषण उन्मूलन के लिए ग्रीन कमांडो पोषण क्लीनिक एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में स्थापित किए गए हैं, जिनके माध्यम से समुदाय स्तर पर बच्चों और माताओं की नियमित स्वास्थ्य जांच, पोषण परामर्श तथा आवश्यक सप्लीमेंट वितरण का कार्य सतत रूप से किया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि इन क्लीनिकों के संचालन में स्थानीय युवाओं की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित की गई है, जिन्हें “ग्रीन कमांडो” के रूप में प्रशिक्षित कर पोषण संवर्धन के लिए समुदाय में उतारा गया है।____________
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर



