श्रीनगर को कश्मीर डिवीजन में विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए पहला अत्याधुनिक स्कूल मिलेगा -डीसी श्रीनगर

श्रीनगर 29 दिसंबर हि.स.। श्रीनगर को विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए अपना पहला अत्याधुनिक स्कूल मिलने वाला है जिससे यह पूरे कश्मीर क्षेत्र में एकमात्र ऐसा संस्थान बन जाएगा। डिप्टी कमिश्नर श्रीनगर अक्षय लाबरू ने कहा कि अभिनंदन स्कूल दृष्टि और श्रवण बाधित बच्चों के लिए बनाया जा रहा है और यह पूरे कश्मीर डिवीजन में विशेष रूप से सक्षम बच्चों की ज़रूरतों को पूरा करेगा।

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि समाज कल्याण विभाग जिले में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं लागू कर रहा है जिसमें पलाश और परीशा विशेष स्कूल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हाल के अपग्रेड में शिक्षा खेल और स्वास्थ्य शिविरों से संबंधित ज़रूरतों को पूरा किया गया है। उन्होंने अभिनंदन स्कूल को श्रीनगर के लिए एक प्रमुख और विशेष परियोजना बताया।

लाबरू ने कहा कि सभी संबंधित विभाग समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए समन्वय में काम कर रहे हैं। इनमें आर और बी, बिजली, पानी, राजस्व, पुलिस, योजना और समाज कल्याण विभाग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि परियोजना की समय सीमा 2027 है लेकिन गुणवत्ता पर पूरा ध्यान देते हुए इसे समय से पहले पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

2026 के लिए प्राथमिकताओं के बारे में बात करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि श्रीनगर में सभी स्वीकृत परियोजनाओं को पूरा करने पर ध्यान रहेगा। उन्होंने कहा कि स्वीकृत फंड वाली परियोजनाएं बीच में नहीं रुकनी चाहिए। उन्होंने लास्ट माइल कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर कार्यों को पूरा करने ट्रैफिक जाम कम करने और अतिक्रमण के बिना ज़मीन का सही इस्तेमाल करने पर ज़ोर दिया।

लैब्रू ने श्रीनगर शहर में आग लगने की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंता जताई। उन्होंने लोगों से प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा सलाह का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने निवासियों से बिजली के उपकरणों का ऑडिट करवाने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि बिजली का लोड इस्तेमाल के हिसाब से हो।

उन्होंने बिजली के उपकरणों के लापरवाह इस्तेमाल के प्रति आगाह किया और चेतावनी दी कि घरों के पास सूखी घास रखने से आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने जनता से किसी भी घटना की स्थिति में तुरंत अधिकारियों को सूचित करने की अपील की ताकि आग और आपातकालीन टीमें जल्दी प्रतिक्रिया दे सकें।

हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता