सड़क सुरक्षा की तैयारियां मजबूत करें, लापरवाही पर होगी कार्रवाई : जिलाधिकारी

कानपुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। शीतलहर के मद्देनजर सभी विभाग अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करें। किसी भी प्रकार की विभागीय लापरवाही के कारण यदि कोई दुर्घटना हुई तो सीधे तौर पर संबंधित विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एनएचएआई के अधिकारी भी ध्यान दें कि उनके द्वारा अपनी सड़कों पर मैपिंग, रोड रिफ्लेक्टर, बैरिकेडिंग, तथा एम्बुलेंस वाहनों की उचित स्थिति सुनिश्चित कराए। यह निर्देश बुधवार को जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने दिए।

जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में शीतलहर एवं घने कोहरे की परिस्थितियों के दृष्टिगत राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में निराश्रित, असहाय तथा कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों के लिए रैन बसेरा संचालन, राहत कार्यों की व्यवस्था तथा सुरक्षा उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई।

डीएम ने सभी उपजिलाधिकारी, अपर नगर मजिस्ट्रेट, तहसीलदार एवं नगर निगम के जोनल अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के रैन बसेरों का स्थलीय का जायजा लेना अनिवार्य रूप से किया जाए। इस दौरान उनमें पानी, बिजली, कम्बल, शौचालय, चार्जिंग प्वाइंट आदि व्यवस्थाएं उपलब्ध हों यह सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने कहा कि उपयुक्त व्यवस्थाओं के संबंध में समस्त अधिकारी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं के संबंध में फोटोयुक्त डिजिटल डायरी तैयार कर दो दिवस में उपलब्ध कराएं। साथ ही यह भी सुनिश्चित कराया जा की समस्त रैन बसेरों में कम्प्लेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखा जाए तथा मुख्य द्वार पर संचालक का नाम एवं मोबाइल नंबर बड़े बोर्ड पर प्रदर्शित हो।

उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि रैन बसेरों में महिला एवं पुरुष हेतु अलग बोर्ड प्रदर्शित किए जाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि महिला रैन बसेरों में महिला संचालिका ही तैनात की जाए—इसे हर स्थिति में सुनिश्चित कराया जाए। किसी भी रैन बसेरों में शुल्क न लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए यदि किसी भी रैन बसेरे में शुल्क लिया गया तो संबंधित के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

शीत ऋतु के दृष्टिगत समस्त बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, चौराहों एवं अस्पतालों के पास सूचना बोर्ड लगाया जाए कि यहां से निकटतम रैन बसेरे की दूरी, उसकी क्षमता, तथा महिला पुरुष के लिए व्यवस्था विवरण दर्शाते हुए बोर्ड लगाए जाएं, जिससे जरूरतमंद लोगों को त्वरित जानकारी उपलब्ध हो सके।

जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी अस्थायी गौवंश आश्रय स्थलों में ठंड से बचाव के लिए समुचित व्यवस्था, जैसे बिछावन, तिरपाल, पानी एवं चारे की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

साथ ही जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि उनके द्वारा कोहरे के दौरान सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु विभाग अपनी अपनी सड़कों की मरम्मत एवं मानक अनुसार रंग-रोगन, रोड सर्फेस मार्किंग,जेब्रा क्रॉसिंग पेंटिंग, नवनिर्मित सड़कों पर बैरिकेडिंग इत्यादि तत्काल आवश्यक कार्यों को चिन्हित कर कराना सुनिश्चित करें जिससे आम जन मानस को इस मौसम में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

जिलाधिकारी ने विभागीय जागरूकता अभियान के अंतर्गत समस्त संबंधित विभागों जैसे स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, अग्निशमन विभाग एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शीतलहर से बचाव हेतु विभागीय योजनाएं लागू करते हुए जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप