शुभेंदु अधिकारी ने ‘दुर्गांगन’ शिलान्यास को लेकर ममता बनर्जी पर साधा निशाना

कोलकाता, 28 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में शुभेंदु अधिकारी ने न्यूटाउन में प्रस्तावित ‘दुर्गांगन’ परियोजना के शिलान्यास को लेकर राज्य सरकार की मंशा और निर्णय प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।

शुभेंदु अधिकारी ने लिखा कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 29 दिसंबर को न्यूटाउन में ‘दुर्गांगन’ का शिलान्यास करने जाना था। इसके लिए पिछले दो महीनों से टेंडर जारी कर कथित तौर पर तृणमूल-समर्थित सिंडिकेट से जुड़े व्यापारियों को मिट्टी भराई का काम सौंपा गया। न्यूटाउन के विश्व बांग्ला सरणी स्थित वेस्ट-इन होटल के सामने, इको पार्क के पास स्वास्थ्य विभाग के अधीन एक निर्धारित स्थान पर शिलान्यास के लिए भव्य मंच भी तैयार किया गया था।

हालांकि, शुभेंदु अधिकारी के अनुसार अचानक इस परियोजना को लेकर विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने दावा किया कि जिस जमीन पर दुर्गांगन बनाने की योजना थी, उसके अधिग्रहण के समय कुछ मुस्लिम परिवारों का भी स्वामित्व था। कथित तौर पर उन परिवारों और स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने आपत्ति जताई कि उनकी स्वामित्व वाली जमीन पर सरकारी खर्च से एक हिंदू धार्मिक स्थल क्यों बनाया जाएगा?

शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि इस आपत्ति के बाद मुख्यमंत्री असमंजस में पड़ गईं। उन्होंने लिखा कि एक ओर हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखते हुए दुर्गांगन और महाकाल मंदिर जैसे प्रोजेक्ट्स की घोषणा की गई, वहीं दूसरी ओर मुस्लिम वोट बैंक को नाराज़ करने का जोखिम भी सामने आ गया। इसी कारण, कथित तौर पर आनन-फानन में दुर्गांगन के स्थान को बदलकर न्यूटाउन बस स्टैंड के पास तय किया गया, जबकि नया स्थान पहले औद्योगिक उपयोग के लिए चिह्नित था।

अपने पोस्ट में शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री पर धर्म को लेकर राजनीति करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा को राजनीति में घसीटने का यह प्रयास उल्टा पड़ सकता है और आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री के लिए हालात और मुश्किल हो सकते हैं।

इस पूरे मामले पर राज्य सरकार की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय