मदुरै , 30 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तमिल प्राचीन भाषा है। यह भारतीय संस्कृति की प्राचीन भाषा है। तमिल भाषा राष्ट्रीय एकीकरण का सर्वोत्तम प्रतीक बनती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तमिल को बहुत सम्मान के साथ देखते हैं। उन्होंने तिरुवल्लुवर के तिरुक्कुरल के बेहतरीन विचारों को जाना है। यह सभी के लिए गर्व की बात है, लेकिन कुछ लोग इसमें राजनीति कर रहे हैं।
काशी तमिल संगमम के समापन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधान ने मदुरै पत्रकारों से बातचीत तमिल भाषा के संदर्भ में यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले चार वर्षों से काशी तमिल संगमम को बेहतरीन तरीके से आयोजित कर रही है। हमारी संस्कृति की प्राचीन भाषा हर नागरिक को जाननी चाहिए।
उन्होंने कहा कि तमिल भाषा राष्ट्रीय एकीकरण का प्रतीक है। तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अनावश्यक राजनीति कर रही है। तमिलनाडु के लोग नई शिक्षा नीति को स्वीकार कर चुके हैं। हालांकि, तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया है, उन्होंने कहा कि उनके पास अब कुछ दिन बाकी हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dr. Vara Prasada Rao PV



