कुल की रस्म के साथ आज ख्वाजा का 814वां सालाना उर्स सम्पन्न, जायरीन लौटने लगे

कुल की रस्म के साथ आज ख्वाजा का 814वां सालाना उर्स सम्पन्न, जायरीन लौटने लगेकुल की रस्म के साथ आज ख्वाजा का 814वां सालाना उर्स सम्पन्न, जायरीन लौटने लगेकुल की रस्म के साथ आज ख्वाजा का 814वां सालाना उर्स सम्पन्न, जायरीन लौटने लगे

अजमेर, 26 दिसंबर(हि.स.)। राजस्थान के अजमेर में स्थित सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 814 वें सालाना उर्स की रौनक परवान पर रही। हजारों जायरीन ने शुक्रवार को सामूहिक रूप से जुमे की नमाज अदा की। ख्वाजा की बारगाह में शीष झुकाए और अकीदत पेश की। हर तरफ चिश्तिया रंग छाया रहा। दरगाह के आसपास के इलाकों में सूफियाना कलाम की गूंज रही। दरगाह के अलावा कायड़ विश्राम स्थली पर भी जायरीन ने सामूहिक नमाज अदा की। दरगाह के बाहर तो देहली गेट तक जायरीन की नमाज के लिए कतारे लग गई। तारागढ़ पीर से तोप की आवाज से साथ नमाजियों ने नमाज अदा की। इसके बाद जायरीन का लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया।

जुमा की नमाज को देखते हुए जिला प्रशासन पहले ही सतर्क रहा। जायरीन की सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए। जुमे की नमाज होते ही जायरीन दरगाह के अंदर जाने और दरगाह के अंदर से बाहर आने वाले जायरीन की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। अकीदतमंद जायरीन की उमड़ती भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने बेरिकेडिंग भी कर रखी थी बावजूद कुछ जायरीन दरगाह से बाहर निकलते समय भीड़ की छक्का मुक्की में गिर गए। पुलिस ने सतर्कता से भीड़ को नियंत्रित किया और गिरे हुए जायरीन को संभाल लिया नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। इस बीच सियासी लोगों की चादरों के पेश होने का सिलसिला भी जारी है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की ओर से दरगाह में चादर पेश की गई।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हमीद खान मेवाती के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने चादर पेश की। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री निवास में सूफी संत हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती (रह.) के 814वें उर्स मुबारक पर अजमेर शरीफ दरगाह के लिए चादर सौंपी थी। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि हिन्दुस्तान की सर जमीन पर हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ने समाज के कमजोर गरीब और बेसहारा लोगों की खिदमत करने, एक-दूसरे के साथ आपसी भाईचारा कायम रखने पर जोर दिया। उन्होंने ख्वाजा साहब के आस्ताने पर आने वाले तमाम जायरीन और प्रदेशवासियों को उर्स की मुबारकबाद दी।

27 को रजब की 6 तारीख है। अहाताएनूर में छठी की फातिहा होगी। खादिम यह रस्म अदा करेंगे। सुबह 11 बजे दरगाह के महफिल खाना में कुल की महफिल की शुरुआत होगी। दोपहर सवा बजे कुल की रस्म के लिए दरगाह दीवान के पुत्र सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती जन्नती दरवाजे से होते हुए आस्ताना शरीफ जाएंगे। इसके साथ ही दरवाजा बंद हो जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष