जम्मू-कश्मीर के दो व्यक्ति जासूसी के आरोप में गिरफ्तार

-पाकिस्तान स्थित संचालकों से कथित संबंधों का आरोप

इटानगर, 11 दिसंबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के दो व्यक्तियों को जासूसी और पाकिस्तान स्थित संचालकों से कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों पर भारतीय सेना और क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों की गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारी एकत्र करने और प्रसारित करने का आरोप है।

पुलिस सूत्रों ने आज बताया है कि पुलिस टीम ने आधिकारिक सूत्रों के आधार पर 22 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिला निवासी आरोपित नाज़िर अहमद मलिक को राजधानी इटानगर स्थित चिंपू के गंगा गांव में एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया। पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में उसकी गतिविधियों के संबंध में विश्वसनीय और कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी मिली थी।

लगातार पूछताछ के दौरान, मलिक ने कथित तौर पर खुलासा किया कि वह सैनिकों की तैनाती का विवरण भेज रहा था, सेना के ठिकानों की जानकारी साझा कर रहा था और एन्क्रिप्टेड टेलीग्राम चैनलों के माध्यम से पाकिस्तान स्थित संचालकों के साथ गुप्त संचार बनाए रख रहा था।

उसने यह भी स्वीकार किया कि उसे सुरक्षा प्रतिष्ठानों को अस्थिर करने के उद्देश्य से विस्फोटक लगाने और आगजनी जैसे कृत्यों के लिए विशिष्ट निर्देश प्राप्त हुए थे।

मलिक से जब्त किए गए दो मोबाइल फोन में ऐसे सबूत मिले हैं जो उन्हें अल अक्सा नामक टेलीग्राम चैनल से जोड़ते हैं। सूत्रों के अनुसार, इस चैनल का इस्तेमाल सुरक्षा संबंधी जानकारी प्रसारित करने के लिए किया जाता था।

उनके बयान के आधार पर, कुपवाड़ा जिले के ही रहने वाले एक अन्य व्यक्ति, साबिर अहमद मीर को इटानगर के अबोटानी कॉलोनी इलाके से गिरफ्तार किया गया।सूत्रों का दावा है कि मीर टेलीग्राम के माध्यम से उसी हैंडलर के संपर्क में आया था और उसे कथित तौर पर पाकिस्तानी नागरिकों को भारत में अवैध रूप से प्रवेश कराने में मदद करने और हथियार वाहक के रूप में काम करने का निर्देश दिया गया था।

गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति न्यायिक हिरासत में हैं। अधिकारी ने कहा, हम इस मामले पर बहुत गंभीरता से काम कर रहे हैं क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।

यह मामला भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के साथ-साथ आधिकारिक गोपनियता अधिनियम और अरुणाचल प्रदेश अधिनियम के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया है और इसमें शामिल गुर्गों के बड़े नेटवर्क, संबंधों और उद्देश्यों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच का आदेश दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी