फायरिंग प्रकरण के मुख्य आरोपित ने किया आत्मसमर्पण

-14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया

नैनीताल, 11 दिसंबर (हि.स.)। नैनीताल जनपद के खन्स्यू क्षेत्र में नैनीताल पुलिस की एसटीएफ यानी विशेष जांच दल की टीम पर हुई फायरिंग के मामले में गुरुवार को प्रकरण के मुख्य आरोपित यशौद सिंह मेहरा ने नैनीताल स्थित न्यायिक न्यायाधीश की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।

उल्लेखनीय है कि गत 6 दिसंबर की शाम एसटीएफ को अवैध तस्करी से संबंधित सूचना पर टीम के मौके पर पहुंची तभी जंगल की आड़ में छिपे बदमाशों ने अचानक गोलीबारी कर दी और अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गये। इस घटना में मुख्य आरक्षी भूपेंद्र मर्तोलिया के पेट में गोली लगी, जबकि एक स्थानीय व्यक्ति भी घायल हुआ। दोनों का उपचार हल्द्वानी स्थित निजी चिकित्सालय में जारी है। जांच में यह तथ्य सामने आया कि एसटीएफ ने तस्करी से संबंधित कुछ सामान पहले ही बरामद कर लिया था। शेष सामान के संबंध में जब टीम ऊपरी हिस्से की ओर पहुंची तो विवाद की स्थिति बनी। इसी दौरान एक तस्कर ने मकान की छत से गोली चलाई। गोलीबारी के बाद आरोपित जंगल की ओर भाग निकले। पुलिस और एसटीएफ ने रातभर क्षेत्र में गहन तलाशी अभियान चलाया। लगातार दबाव के बीच मुख्य आरोपित यशौद सिंह मेहरा ने जबकि पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। गुरुवार को पुलिस को चकमा देकर न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अब भी उसके फरार साथियों की तलाश कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी