विश्व में भगवान बुद्ध से हुई भारत की पहचान : स्वामी प्रसाद मौर्य

मीरजापुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। अहरौरा स्थित भंडारी देवी पहाड़ पर शुक्रवार को सम्राट अशोक शिलालेख महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम से पूर्व सम्राट अशोक क्लब विन्ध्य मंडल मीरजापुर के नेतृत्व में नगर में राष्ट्रीय प्रतीकों के साथ चेतना यात्रा निकाली गई, जिसका समापन भंडारी देवी पहाड़ी पर स्थित अशोक शिलालेख के पास हुआ। यहां ध्वजारोहण कर अतिथियों का सम्मान किया गया।

महोत्सव के मुख्य अतिथि अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने संबोधन में कहा कि भंडारी देवी पहाड़ पर स्थित सम्राट अशोक का शिलालेख ऐतिहासिक महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक ने अखंड भारत का निर्माण किया और उनके शासन को समझने के लिए इतिहास का अध्ययन आवश्यक है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत की पहचान विश्व में भगवान बुद्ध से हुई है और जहां बुद्ध हैं, वहां युद्ध नहीं बल्कि शांति का संदेश है।

उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि बद्रीनाथ मंदिर में स्थापित मूर्ति बुद्ध की प्रतीत होती है, क्योंकि श्रृंगार के बाद उसमें बुद्ध की आकृति स्पष्ट दिखाई देती है। उन्होंने लोगों से स्वयं जाकर देखने की बात कही।

कार्यक्रम में सम्राट अशोक क्लब भारत के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सच्चिदानंद मौर्य ने कहा कि मां भंडारी देवी मंदिर के समीप स्थित सम्राट अशोक का शिलालेख पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है, जो देश की अमूल्य धरोहर है। विशिष्ट अतिथियों में पुष्पा तीग्गा, आरएस पटेल, रमेश चंद्र नेगी, प्रो. किरण यादव, डॉ. रवि गुप्त मौर्य, तेज प्रताप सिंह और जवाहर लाल मौर्य उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा