भारतीय ज्ञान परंपरा की वैश्विक प्रतिष्ठा का मार्ग प्रशस्त करेगी ‘भारत बौद्धिक्स’ पुस्तक श्रृंखला : प्रो. पूनम टंडन
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- Dec 30, 2025
-कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने ‘भारत बौद्धिक्स’ पुस्तक श्रृंखला का किया विमोचन
गोरखपुर, 30 दिसंबर (हि.स.)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने आज विद्या भारती (उच्च शिक्षा) गोरक्ष प्रान्त की कार्यकारिणी सदस्याें की उपस्थिति में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान द्वारा प्रकाशित 'भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित भारत बौद्धिक्स' श्रृंखला की प्रकाशित 21 पुस्तकों के हिंदी एवं अंग्रेजी संस्करण का विमोचन किया । इस श्रृंखला में भारतीय काल दर्शन, भारतीय आरोग्य ज्ञान, वैदिक गणित, भारतीय भाषा विज्ञान तथा भारतीय ज्ञान प्रणाली जैसे विषयों पर केंद्रित ग्रंथ सम्मिलित हैं, जो भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा और वैज्ञानिक दृष्टि को उजागर करते हैं।
गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयाेजित इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. टंडन ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा अत्यंत समृद्ध, वैज्ञानिक और लोक कल्याणकारी रही है। आज आवश्यकता है कि ऐसे ग्रंथों और शोध-आधारित पुस्तकों के माध्यम से भारतीय बौद्धिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा और मान्यता दिलाई जाए। ‘भारत बौद्धिक्स’ जैसी पुस्तक श्रृंखलाएँ इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास हैं। निश्चित रूप से ‘भारत बौद्धिक्स’ श्रृंखला भारतीय ज्ञान परंपरा की वैश्विक प्रतिष्ठा का मार्ग प्रशस्त करेगी।
कार्यक्रम में विद्या भारती गोरक्ष प्रान्त की अध्यक्ष प्रो. ममता मणि त्रिपाठी ने कुलपति प्रो. पूनम टंडन का स्वागत किया और कहा कि विद्या भारती का उद्देश्य भारतीय ज्ञान, संस्कृति और मूल्यों को अकादमिक विमर्श के केंद्र में लाना है। विमोचन कार्यक्रम का समन्वयन डॉ मनीष पाण्डेय ने किया।
इस अवसर पर विद्या भारती गोरक्ष प्रान्त के उपाध्यक्ष प्रो. अजय शुक्ला, डी.एस.डब्ल्यू. प्रो. अनुभूति दुबे, डीन इंजीनियरिंग प्रो. हिमांशु पाण्डेय, विद्या भारती गोरक्ष प्रान्त के सचिव डॉ. चंद्र प्रकाश सिंह, सदस्य डॉ. रीना मालवीय, प्रो. आलोक कुमार श्रीवास्तव एवं डॉ कृष्ण कुमार जायसवाल की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में हुई चर्चा में भारत बौद्धिक्स पुस्तक श्रृंखला को भारतीय ज्ञान परंपरा के पुनरुत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया गया।
'भारत बौद्धिक्स’ परीक्षा हाेगी आयाेजित
विद्या भारती उच्च शिक्षा के उपाध्यक्ष प्रो अजय शुक्ला ने बताया कि विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित ‘भारत बौद्धिक्स’ परीक्षा का आयोजन भाषा एवं अन्य विषयों के विद्यार्थियों के लिए 31 जनवरी एवं 1 फरवरी को किया जाएगा। यह परीक्षा विश्वविद्यालय परिसर में ऑफलाइन मोड में आयोजित होगी। इसमें स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। परीक्षा हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होगी। कुल 100 अंकों की इस परीक्षा में 80 अंक बहुविकल्पीय प्रश्नों तथा 20 अंक वर्णनात्मक प्रश्नों के लिए निर्धारित हैं। देश भर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार 50 हजार रुपये, तृतीय पुरस्कार 25 हजार रुपये तथा चतुर्थ पुरस्कार 2500 रुपये एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। भारत बौद्धिक्स के पोर्टल पर इसका पंजीकरण 10 जनवरी तक होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय



