विश्व प्रसिद्ध विंध्यधाम में आस्था का ज्वार : मां की झलक पाकर नए साल की शुरुआत करने का उत्साह

मीरजापुर, 30 दिसम्बर (हि.स.)। नए साल की दस्तक के साथ ही दुनिया घूमने को निकल पड़ती है- अनुभवों की तलाश में। कोई इतिहास खोजता है, कोई आस्था तो कोई प्रकृति की गोद में सुकून। प्रकृति की गोद में बसे विंध्य क्षेत्र की हरी-भरी वादियां इन दिनों देश-दुनिया को आकर्षित कर रही हैं। वहीं विंध्य पर्वत पर विराजमान मां विंध्यवासिनी, मां अष्टभुजा और मां काली का दर्शन करने दुनिया भर से श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालु नए साल की शुरुआत मां के दर्शन से कर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इसी कारण हर वर्ष इस दिन भारी भीड़ उमड़ती है। आंग्ल नववर्ष की पूर्व संध्या पर ही विंध्याचल धाम में श्रद्धालुओं की उमड़ने लगी है।

आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी धाम वैश्विक धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है। नववर्ष, नवरात्र और प्रमुख धार्मिक आयोजनों पर देश-विदेश से उमड़ने वाली आस्था स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी दिशा दे रही है। आंग्ल नववर्ष की पूर्व संध्या पर विंध्यधाम में अधिक श्रद्धालुओं की मौजूदगी से होटल, लॉज, धर्मशाला, भोजनालय, फूल-माला, पूजन सामग्री, प्रसाद, नाव, ऑटो और टैक्सी व्यवसाय में जबरदस्त तेजी देखने को मिली।

श्रीविंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि धार्मिक पर्यटन से हजारों परिवारों की आजीविका जुड़ी है। दर्शन-पूजन, अनुष्ठान और संस्कारों के माध्यम से पंडा समाज को रोजगार मिलता है। वहीं दुकानदारों और छोटे व्यापारियों की आमदनी भी बढ़ती है। व्यापारी और युवा मानते हैं कि विंध्यधाम अब आस्था आधारित अर्थव्यवस्था का मजबूत मॉडल बन चुका है, जहां रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं।

मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने सोनभद्र से आए श्रद्धालु सुनील पटेल ने कहा कि विंध्यधाम में बढ़ती सुविधाएं उन्हें बार-बार आने के लिए प्रेरित करती हैं। बाहर से आने वाले दर्शनार्थी न केवल मंदिर दर्शन करते हैं, बल्कि स्थानीय उत्पादों की खरीदारी भी करते हैं, जिससे बाजार में रौनक बनी रहती है। बेहतर यातायात व्यवस्था, साफ-सफाई, सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं के विस्तार से पर्यटन को और गति मिल रही है। परिवार संग मां विंध्यवासिनी का दर्शन आईं काजल ने कहा कि विंध्यधाम में धार्मिक पर्यटन आस्था के साथ-साथ आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बन चुका है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर मीरजापुर की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत कर रहा है। साथ ही स्थानीय लोगों के जीवन स्तर को सुधारने में भी अहम भूमिका निभा रहा है। दर्शनार्थियों से बातचीत में कई श्रद्धालुओं ने बताया कि वे परिवार की खुशहाली और अच्छे भविष्य की कामना लेकर आए हैं। प्रयागराज से आई एक महिला श्रद्धालु ने कहा कि मां के दर्शन से मन को शांति मिलती है और नए साल की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा के साथ होती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा