पौड़ी गढ़वाल, 20 दिसंबर (हि.स.)।
स्वास्थ्य विभाग पौड़ी की ओर से राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत इंट्रायूटेरिन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस के पांच दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में नर्सिंग अधिकारियों को आईयूसीडी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इसे लगाने का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग से प्रो. नवज्योति बोरा ने नर्सिंग अधिकारियों को बताया कि आईयूसीडी महिलाओं के लिए लंबे समय तक गर्भ निरोधक का सुरक्षित और प्रभावी अस्थाई साधन है। जिसे महिलाओं के गर्भाशय में डाला जाता है, जो महिलाएं लंबे समय तक गर्भ निरोधक चाहती हैं उनके लिए यह कॉपर टी- 380 ए दस साल के लिए और कॉपर टी-375 पांच साल तक गर्भ निरोध के लिए सरकारी चिकित्सा इकाइयों में निशुल्क उपलब्ध है। इसे प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में लगाना व निकालना आवश्यक है। बताया कि स्तन पान कराने वाली महिलाएं भी इसे लगा सकती हैं और इसे निकालने के बाद प्रजनन क्षमता तुरंत वापस आ जाती है।
प्रशिक्षण के समापन अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक बेस चिकित्सालय श्रीनगर डा.राकेश रावत ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लाभार्थियों की काउंसलिंग का विशेष महत्व है। उन्होंने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए फील्ड लेबल पर बेहतर परिवार नियोजन सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर जनसंपर्क अधिकारी मेडिकल कालेज योगेश रावत, परिवार नियोजन परामर्शदाता विजय लक्ष्मी, जिला आई.ई.सी. कॉर्डिनेटर शकुंतला नेगी,पूजा रॉय,गीता नेगी आदि शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / कर्ण सिंह



