ठाणे ईस्ट में बीजेपी सेना के पुराने लोगों को मौका ,युति में असंतोष के संकेत

मुंबई,30 दिसंबर ( हि.स.) ।15 जनवरी 2026को होने वाले मनपा चुनाव में ठाणे के कोपरी इलाके में शिवसेना- बीजेपी अलायंस ने एक बार फिर पुराने कॉर्पोरेटर्स को उम्मीदवारी दी है, जिससे स्थानीय कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है, और अलायंस के फैसले से पॉलिटिकल गलियारों में काफी उत्साह है। हालांकि कार्यकर्ता को पूरी उम्मीद थी कि शिवसेना और बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले इस इलाके में इस बार नए चेहरों को मौका मिलेगा। लेकिन, जब से वह उम्मीद फेल हुई है, नाराजगी सामने आ रही है।

खास बात यह है कि लोकल बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गठबंधन को रोकने के लिए पहले ही अपनी नाराजगी जाहिर की थी। यह भी चेतावनी दी गई थी कि अगर अलायंस हुआ तो बगावत होनी तय है। लेकिन, अब वर्कर्स का सब्र जवाब दे रहा है क्योंकि नेतृत्व ने स्थानीय कार्यकर्ताओं की भावनाओं को नजरअंदाज करते हुए अलायंस बनाने का फैसला किया है।

अलायंस के फैसले के बाद, कुछ नाराज वर्कर्स ने इंडिपेंडेंट नॉमिनेशन फाइल करके बगावत के संकेत दिए हैं, जिससे कोपरी में पॉलिटिकल इक्वेशन पूरी तरह से बदलने की संभावना बन गई है। जो लड़ाई अब तक एकतरफ़ा लग रही थी, अब तीनतरफ़ा और कड़ी होती दिख रही है।

स्थानीय कार्यकर्ताओं का कहना है, “पार्टी के लिए हमेशा काम करने वाले वफ़ादार कार्यकर्ताओं को पीछे छोड़ दिया गया है और पुराने चेहरों को फिर से मौका दिया गया है। हम इस नाइंसाफ़ी को चुपचाप बर्दाश्त नहीं करेंगे।” यह गुस्सा अब सड़कों पर दिख रहा है।

शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के इस फ़ैसले से जहाँ कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क रहा है, वहीं ठाणे का पूरा राजनीतिक ध्यान इस बात पर है कि शीर्षस्थ नेतृत्व इस बगावत पर कैसे नकेल लगाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा