हुमायूं कबीर का बाबरी के नाम से मस्जिद की बुनियाद रखना नफरत की आग भड़काना है : सैयद हसन

भागलपुर, 6 दिसंबर (हि.स.)। खानकाह पीर दमाड़िया शाह के सज्जादानशीन शाह फखरे आलम हसन ने बंगाल में बाबरी नाम पर मस्जिद की बुनियाद रखने की निंदा की है। उन्हाेंने कहा है कि देश के अंदर धार्मिक उन्माद फैलाने का कृत्य करना बहुत ही निंदनीय अपराध है। किसी भी धर्म के अनुयाई हो अगर उनके द्वारा धर्म को आड़ बनाकर नफरत की आग लगाने और फैलाने का काम किया जाता है तो यह देशद्रोह के श्रेणी में आनेवाला पाप है। ऐसे अति संवेदनशील मुद्दों को किसी भी प्लेटफॉर्म से प्रोत्साहन नहीं मिलना चाहिए, बल्कि देशहित में नफरत की आग लगाने वालों पर पूरी तरह पाबंदी लगनी चाहिए। चाहे वह किसी भी दल से राजनेता क्यों ना हो।

उन्हाेंने कहा राज्य एवं भारत सरकार को इस विषय पर कठोर कानून बनाना होगा। अन्यथा अगर नफरत की राजनीति करने वालों को इसी तरह मौका मिलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब नापाक ताकतों के मंसूबे पूरे होंगे और देश की एकता और अखंडता छिन्न भिन्न हो जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर