पत्थर खदान में श्रमिक की दर्दनाक मौत, बेरोकटोक खनन हो रहा जानलेवा

जांच करते एसडीएम

महोबा, 1 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के महोबा में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां खनन कार्य में लगे श्रमिक की गहरी पत्थर खदान में गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। घटना से नाराज अन्य श्रमिकों ने खदान संचालक पर बिना सुरक्षा संसाधनों के खनन कार्य कराने का आरोप लगाया है। सोमवार को पुलिस ने मृतक के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया है। श्रमिक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। पत्थर मंडी में मजदूरों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है।

जनपद के कबरई थाना क्षेत्र के लिलवाही गांव निवासी महेश पुत्र राजकुमार कुशवाहा मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। रविकार को महेश डहर्रा मंडी में पत्थर खदान में बिना सुरक्षा उपकरणों के ही जान जोखिम डाल ब्लास्टिंग के लिए पहाड़ में होल कर रहा था। जहां बताया जा रहा है कि श्रमिक का अचानक संतुलन बिगड़ जाने के कारण गहरी खाई में पत्थरों में गिर गया। जिसमें उसकी दर्दनाक मौत हो गई है।

हादसों के बाद भी नहीं ले रहे सबक

परिजनों ने खदान संचालक पर बिना सुरक्षा संसाधनों के ही खनन कार्य कराने का आरोप लगाया है। घटना से मृतक की पत्नी शांति बदहवाश है। सोनभद्र में हुए दर्दनाक हादसे के बाद भी जिम्मेदार सबक नहीं ले रहे हैं। पत्थर मंडी में चल रही खदानों में आए दिन हो रहे हादसों में श्रमिक अपनी जान गंवाने को मजबूर हैं। दो जून की राेटी के जुगाड़ में जान जोखिम में डाल काम करने को श्रमिक मजबूर हैं।

ताक पर खनन नियमावली

मृतक के भाई सुरेंद्र ने खनन नियमावली को ताक पर रख खनन कार्य कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि खनिज विभाग की उदासीनता और पहाड़ संचालकों का खादी से गठजोड़ के चलते यहां खनन के सभी सभी नियम कानून धता बताए जाते हैं ।बताया कि मृतक की तीन बेटियां हैं। जिनके सिर से पिता का साया उठ गया है ।

खदान संचालक किए गए चिन्हित

हादसे की सूचना पर उपजिलाधिकारी शिवध्यान पाण्डेय व खनिज अधिकारी आरबी सिंह ने घटना स्थल पर पहुंच कर हंगामा कर रहे श्रमिकों को समझा बुझा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। एसडीएम के अनुसार खदान संचालकों को चिन्हित किया गया है। हादसे की जांच करा कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र द्विवेदी