दिव्यांग दिवस पर ममता का संदेश : “समान अवसर और सम्मान हमारा संकल्प”

कोलकाता, 3 दिसंबर (हि.स.)।

अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक संदेश जारी कर दिव्यांगजनों के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जन्म से लेकर जीवनभर तक दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए व्यापक संस्थागत व्यवस्थाओं को मजबूत कर रही है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार नवजात शिशुओं की स्क्रीनिंग करवाकर शुरुआती अवस्था में ही संभावित विकृतियों और विकास संबंधी विलंब का पता लगाने की व्यवस्था कर रही है, ताकि समय पर उपचार और सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि राज्य में विशेष विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, साथ ही सभी विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

ममता बनर्जी ने यह भी उल्लेख किया कि दिव्यांग बच्चों और युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें सम्मानजनक आजीविका कमाने योग्य बनाया जा रहा है। साथ ही सरकारी नौकरियों में आरक्षण के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वे आत्मनिर्भर और गरिमापूर्ण जीवन जी सकें।

मुख्यमंत्री के अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार ने ‘मानविक पेंशन’, छात्रवृत्ति, कृत्रिम अंग वितरण और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी योजनाओं के जरिए दिव्यांगजनों के लिए एक मजबूत सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था तैयार की है।

अपने संदेश के अंत में ममता बनर्जी ने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को, परिस्थितियों की परवाह किए बिना, समान अवसर और सम्मान के साथ जीने का अधिकार है, और सभी को मिलकर एक समावेशी समाज के निर्माण में योगदान देना चाहिए।

उन्होंने संदेश का समापन ‘‘जय हिंद, जय बांग्ला’’ के साथ किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय