अमित शाह ने भारतीय चिकित्सा संघ के सम्मेलन में चिकित्सकों की भूमिका को बताया निर्णायक
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- Dec 28, 2025
अहमदाबाद, 28 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज यहां भारतीय चिकित्सा संघ के राष्ट्रीय सम्मेलन में मोदी सरकार की विकसित भारत के लिए मजबूत स्वास्थ्य पारितंत्र बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि इसमें चिकित्सकों की भूमिका निर्णायक होगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार शाह ने भारतीय चिकित्सा संघ की 100वीं वर्षगांठ पर सेवा, विज्ञान और सहयोग की एक शताब्दी थीम पर आयोजित कार्यक्रम में भारतीय चिकित्सा संघ की शताब्दी यात्रा को सेवा और समर्पण का प्रमाण बताते हुए चिकित्सा नैतिकता को नए युग की आवश्यकताओं के अनुसार पुनर्परिभाषित करने के लिए एक समिति गठित करने का आह्वान किया। साल 100 वर्ष पुराने नैतिक मानक आज की आवश्यकताओं के लिए पर्याप्त नहीं हैं और इन्हें समयानुकूल बनाना आवश्यक है। नैतिकता कानून से नहीं थोपी जा सकती, लेकिन इसे चिकित्सा शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बनाना भारतीय चिकित्सा संघ की जिम्मेदारी है।
गृहमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र का ध्यान रोग के उपचार से कुशलक्षेम की ओर ले जाने पर बल दिया। उन्होंने भारतीय चिकित्सा संघ से अनुसंधान, दूरचिकित्सा और स्वास्थ्य अवसंरचना मजबूती में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। कोविड-19 महामारी के दौरान चिकित्सकों की निःस्वार्थ सेवा को सराहते हुए शाह ने कहा कि उस दौर में एक भी चिकित्सक कर्तव्य से पीछे नहीं हटा और निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों ने भी सरकारी निर्देशों का पूरी तरह पालन किया। इसे उन्होंने देश की सबसे बड़ी मानव पूंजी बताया।
अमित शाह ने 2014 से 2025 तक मोदी सरकार की स्वास्थ्य संबंधी पहलों का जिक्र करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन, फिट इंडिया, खेलो इंडिया, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, आयुष्मान भारत और मिशन इंद्रधनुष जैसी योजनाओं ने देश के स्वास्थ्य परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया है। आयुष्मान भारत से गरीबों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त उपचार मिल रहा है। वस्तु एवं सेवा कर हटने से स्वास्थ्य बीमा सस्ता हुआ है। 1.81 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर और स्वास्थ्य केंद्रों से ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेटवर्क मजबूत करने में 1.65 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। चिकित्सा सीटें 51 हजार से बढ़कर 1 लाख 30 हजार हो गई हैं। शीघ्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दूरचिकित्सा से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से जोड़ा जाएगा।
रोग नियंत्रण में भारत की प्रगति पर शाह ने कहा कि मलेरिया में 97 प्रतिशत गिरावट, काला-आजार में 90 प्रतिशत से अधिक सुधार, डेंगू मृत्यु दर 1 प्रतिशत, मातृ मृत्यु दर में 25 प्रतिशत कमी, संस्थागत प्रसव में 20 प्रतिशत वृद्धि और शिशु मृत्यु दर में लगभग 50 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने इन उपलब्धियों को जमीनी क्रियान्वयन का परिणाम बताया।
सम्मेलन में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित 27 राज्यों से 5000 से अधिक भारतीय चिकित्सा संघ प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर



