सीयू के कुलपति ने विद्यार्थियों से नशे के खिलाफ एकजुट होने का किया आह्वान

धर्मशाला, 01 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों से नशे के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा धीरे-धीरे इंसान की सोच, सेहत, परिवार और भविष्य को बर्बाद कर देता है। शुरुआत “मज़े” या “तजुर्बे” के लिए होती है, लेकिन अंत अक्सर खतरा, बीमारी और पछतावा लेकर आता है। इसकी शुरुआत में स्वास्थ्य पर दिल, फेफड़े, दिमाग—सब पर गंभीर असर होता है। आत्मविश्वास टूटता है, आदतें बिगड़ती हैं, निर्णय लेने की क्षमता कम होती है। यह एक आदत नहीं, लत बन जाता है। एक बार में छोड़ा नहीं जाता और कई बार जीवन भी नहीं बचता।

उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति को उसकी असली पहचान, उसके सपनों और उसकी क्षमता से दूर कर देता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि नशे से बचने के लिए सही संगति को चुनें, दोस्त वही जो बुरी आदतों से बचाए, न कि धकेले। तनाव हो तो नशे की ओर न जाएं बल्कि खेल, संगीत, योग, बातचीत बेहतर विकल्प हैं। उन्होंने कहा कि नशा एक जाल है और इससे बचना ही समझदारी है। हमें खुद भी बचना है और दूसरों को भी बचाना है।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में जल्द ही एक सुझाव पेटी रखी जाएगी। उसमें अगर कोई नशे के खिलाफ या नशे के हो रहे प्रयोग के बारे में सटीक जानकारी देता है तो उसका नाम गुप्त रखा जाएगा। इस मौके पर उन्होंने नशे के खिलाफ एकजुट होने की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर विद्यार्थी, शोद्यार्थी और संकाय सदस्य मौजूद रहे।

गौरतलब है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के धर्मशाला, शाहपुर और देहरा कैंपस से लगभग 1100 विद्यार्थियों ने नशा मुक्ति दिवस पर आयोजित रैली में भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया