बारासात में एक ही व्यक्ति का नाम दो बूथों में दर्ज, बीएलओ की भूमिका पर सवाल
- Admin Admin
- Dec 03, 2025
कोलकाता, 3 दिसंबर (हि.स.)।
उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में मतदाता सूची को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय लोगों ने पाया कि बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के रूप में तैनात मानस हलदार का नाम एक ही विधानसभा क्षेत्र के दो अलग-अलग बूथों में दर्ज है। इसके बाद इलाके में नाराज़गी और अविश्वास का माहौल बन गया।
मानस हलदार बारासात ब्लॉक–I के छोटा जगुलिया पंचायत के बूथ नंबर 9 के बीएलओ हैं। उनका नाम विधानसभा क्षेत्र के अन्य बूथ की वोटर लिस्ट में भी दर्ज पाया गया है। यह अनियमितता सामने आने के बाद छोटा जगुलिया पंचायत के बामनपाड़ा इलाके में लोगों ने कड़ा विरोध जताया।
बीजेपी ने मुद्दे को तुरंत स्थानीय ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (बीडीओ) के पास उठाया और राज्य में चल रही मतदाता सूची की विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए।
मानस हलदार ने सफाई देते हुए कहा कि उनका नाम एक बूथ से दूसरे बूथ में स्थानांतरित किया गया था, लेकिन फिलहाल दोनों जगह सूची में मौजूद रह गया है।
बीडीओ राजीव दत्ता चौधरी ने शिकायत दर्ज होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा,
“इस संबंध में शिकायत मिली है। हम जांच कर रहे हैं।’’
एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के बाद से राज्य में कई बीएलओ की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं। पहले भी आरोप लगे थे कि फॉर्म सड़क किनारे दुकान से या सत्तारूढ़ दल के स्थानीय नेताओं के घर से बांटे गए।
सूची के अनुसार, बामनपाड़ा निवासी मानस हलदार का नाम 119-बारासात विधानसभा क्षेत्र के बूथ 28 और 29, दोनों में दर्ज है। दोनों जगह पिता का नाम सुधांशु हलदार ही लिखा होने के कारण पहचान में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है।
बीजेपी के बारासात मंडल अध्यक्ष स्वरूप साहा ने कहा, “जिस व्यक्ति की जिम्मेदारी फर्जी मतदाताओं की पहचान करना है, उसका नाम दो जगह दर्ज है। यह आयोग के नियमों के बाहर की कार्रवाई है। हम चाहते हैं कि वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो।’’
वहीं, तृणमूल कांग्रेस संचालित छोटा जगुलिया ग्राम पंचायत के प्रधान अमल दास ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि मतदाता सूची स्वच्छ और सटीक होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “अगर नाम दो जगह दर्ज है तो एसआईआर प्रक्रिया में स्थायी पते के आधार पर सही स्थान पर रखा जाएगा और दूसरी जगह से हटा दिया जाएगा।’’
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर



