काशी तमिल संगमम-4.0: तमिलनाडु से काशी पहुँचा तीसरा दल, डमरू वादन और पुष्पवर्षा के बीच भव्य स्वागत

वाराणसी, 6 दिसंबर (हि.स. )। काशी तमिल संगमम-4.0 में भाग लेने के लिए तमिलनाडु से शनिवार को तीसरा समूह भी काशी पहुँच गया है। दल विशेष ट्रेन से बनारस रेलवे स्टेशन पर आया। तीसरा समूह लेखकों का है। स्टेशन पर उतरते ही समूह का काशी के परंपरा के अनुसार डमरू वादन,पुष्प वर्षा और ‘हर-हर महादेव’ तथा 'वणक्कम काशी’ के उद्घोष से स्वागत किया गया।स्वागत के दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे‌। समूह को काशी की सांस्कृतिक आत्मीयता और तमिल-काशी के ऐतिहासिक संबंधों की जानकारी देते हुए उनका अभिनंदन किया गया। स्टेशन पर पारंपरिक स्वागत देखकर तमिल दल के सदस्यों में खासा उत्साह देखने को मिला। कई लोगों ने कहा कि काशी में मिल रही गर्मजोशी और आध्यात्मिक वातावरण उनके लिए अविस्मरणीय है। डमरू वादन की ध्वनि से पूरा परिसर शिवमय हो गया और काशी व तमिलनाडु की सांस्कृतिक एकता की झलक साफ दिखाई दी।

कार्यक्रम के तय शेड्यूल के अनुसार, तमिलनाडु से आया यह समूह शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन–पूजन करेंगे। इसके बाद वे गंगा तट, घाटों, तथा शहर के प्रमुख सांस्कृतिक और शैक्षिक स्थलों का भ्रमण भी करेंगे। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि अतिथियों को काशी की समृद्ध विरासत, कला, संस्कृति और अध्यात्म से परिचित कराने के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किए गए हैं।

गौरतलब हो कि 'काशी तमिल संगमम’ का उद्देश्य काशी और तमिलनाडु के बीच प्राचीन सांस्कृतिक, धार्मिक और शैक्षिक संबंधों को पुनर्जीवित करना है। इस बार चौथा संस्करण आयोजित हो रहा है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों—शिक्षा, संस्कृति, साहित्य, कला एवं उद्योग—से जुड़े प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी