वर्षा जल संरक्षण व प्राकृतिक खेती को लेकर किया प्रोत्साहित

सम्भाग स्तरीय वाटरशेड महोत्सव कार्यशाला का आयोजन : जल संरक्षण परियोजनाओं में उल्लेखनीय कार्य करने वालों का सम्मान

जोधपुर, 8 दिसंंंबरर (हि.स.)। सम्भाग स्तरीय वाटरशेड महोत्सव कार्यशाला सोमवार को महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज परिसर स्थित मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर के ऑडिटोरियम में आयोजित की गई।

कार्यशाला में संभाग के सभी जिलों से प्रत्येक पीएमकेएसवाई-20, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.1 एवं 2.2 की प्रत्येक योजना से प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह कार्यशाला जल संरक्षण, जल प्रबंधन तथा वाटरशेड विकास से जुड़े नवाचार एवं अनुभव साझा करने के उद्देश्य से आयोजित की गई।

कार्यक्रम स्थल पर विभागीय प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें सभी जिलों के साथ अन्य विभागों एवं संस्थाओं के स्टॉल प्रदर्शित किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0, वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान, वाटरशैड कप प्रतियोगिता के दौरान भामाशाहों के योगदान पर विशेष सत्र आयोजित हुए तथा परियोजनाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया।

कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल सहित कई प्रशासनिक अधिकारी व संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई।

सम्पूर्ण राष्ट्र में वॉटरशैड महोत्सव मनाया जा रहा :

जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग द्वारा संचालित जलग्रहण विकास परियोजनाओं का वित्त पोषण भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन भूमि संसाधन विभाग द्वारा किया जाता है। भूमि संसाधन विभाग भारत सरकार के निर्देशानुसार सम्पूर्ण राष्ट्र में वॉटरशैड महोत्सव मनाया जा रहा है। इस श्रृंखला का शुभारंभ गुंटूर (आंध्र प्रदेश) से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया था। राजस्थान का राज्य स्तरीय कार्यक्रम खैराबाद कोटा में आयोजित हुआ था। इसी क्रम में जोधपुर संभाग का कार्यक्रम आज आयोजित हुआ। वॉटरशैड महोत्सव का मुख्य उद्देश्य वर्षा जल संरक्षण, भूमि संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, कृषि में नवाचार तथा परंपरागत एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश