लोक गायक जस्करन सिंह रियाड़ वारिस-पंजाब-पार्टी में शामिल हुए:अमृतपाल सिंह को संसद में अनुमति न मिलने पर पिता ने कहा लोकतंत्र का हनन

लोक गायक जसकरन सिंह रियाड़ ने अकाली दल वारिस पंजाब पार्टी में शामिल होकर पंजाब की राजनीति में नई चर्चा को जन्म दे दिया है। इस अवसर पर खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पार्टी नेताओं और समर्थकों की मौजूदगी में यह शामिल होना राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। इस दौरान तरसेम सिंह ने संसद सत्र में सांसद अमृतपाल सिंह को बोलने की अनुमति न मिलने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह को सत्र में अपनी बात रखने और अपने संसदीय क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा करने से रोका जाना लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। उनके अनुसार, यह जनता की आवाज को दबाने जैसा है, क्योंकि खडूर साहिब के लाखों मतदाताओं ने अमृतपाल सिंह को भारी मतों से जिताकर संसद में भेजा है। सिख समुदाय के साथ अन्याय, अमृतपाल के अधिकार रोके जाने पर नाराजगी उन्होंने यह भी कहा कि सिख समुदाय के साथ पहले भी अन्याय होता रहा है और अब अमृतपाल सिंह के साथ भी वैसा ही व्यवहार किया जा रहा है। क्षेत्र के लोग अपने सांसद से विकास से जुड़े मुद्दों पर संसद में आवाज उठाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उस अधिकार से वंचित किया जा रहा है। वकीलों की हड़ताल में अमृतपाल की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से वकीलों की हड़ताल के कारण अमृतपाल सिंह की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करवाई गई थी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर को लेकर भी स्पष्ट किया गया कि वह तस्वीर वास्तव में अमृतपाल सिंह की ही है। बताया गया कि अमृतपाल सिंह संसद सत्र में बाढ़, नशाखोरी और पंजाब की कानून-व्यवस्था की स्थिति जैसे गंभीर मुद्दों पर बोलना चाहते थे और खडूर साहिब से जुड़े सवाल उठाने वाले थे, लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई। इसे लेकर पार्टी नेताओं ने कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों को ठेस पहुंचाने वाला कदम है। साथ ही, यह आरोप भी लगाया गया कि संस्थाएं सरकार के दबाव में काम कर रही हैं।