अमृतसर में डॉक्टर का अपहरण:पॉश इलाके में घर के बाहर से उठाया, परिवार में प्रॉपर्टी विवाद, गर्लफ्रेंड-उसके भतीजे पर शक

अमृतसर के पॉश इलाके भुल्लर एवेन्यू में 25 दिसंबर की देर रात एक एमबीबीएस डॉक्टर के रहस्यमय अपहरण से सनसनी फैल गई। पीड़ित डॉक्टर सरप्रीत सिंह मशहूर इंजीनियर जसवंत सिंह गिल उर्फ कैप्सूल गिल के बेटे हैं। यह घटना पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के निवास के बेहद नजदीक हुई थी। प्रॉपर्टी को लेकर चल रहा विवाद डॉक्टर सरप्रीत की बहन पूनम गिल ने बताया कि उनके परिवार में प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। उनके पिता की 2019 में बिना वसीयत के मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उनके छोटे भाई रणदीप सिंह गिल को पिता की मर्जी के अनुसार पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई थी। पूनम के अनुसार, बाद में पता चला कि रणदीप सिंह गिल संपत्ति का हिसाब नहीं दे रहे थे और मां का घर बेच भी दिया। इसके बाद पूनम ने रणदीप पर केस कर दिया, जिसका फैसला दिसंबर 2025 में उनके हक में आया। मदद के लिए चीखे लेकिन किसी ने सहायता नहीं की इसी बीच, उन्हें 25 दिसंबर को बड़े भाई डॉक्टर सरप्रीत सिंह के अपहरण की जानकारी मिली। पूनम ने बताया कि 25 दिसंबर की देर रात करीब 12 बजे कुछ अज्ञात लोग सफेद रंग की कार में पहुंचे और डॉ. सरप्रीत सिंह को जबरन गाड़ी में बिठाकर अपने साथ ले गए। वे मदद के लिए चीखे लेकिन किसी ने सहायता नहीं की। डॉक्टर का कोई सुराग नहीं मिल पाया था। पूनम लगातार उन्हें फोन करती रहीं, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। अगले दिन जब डॉक्टर सरप्रीत काम पर नहीं पहुंचे तो अस्पताल के कुछ छात्र उनके बारे में पूछने आए। पड़ोसियों ने उन्हें बताया कि कुछ लोग डॉक्टर को जबरन ले गए थे। मदद के लिए लगाई गुहार. आरोपियों में गर्लफ्रेंड और उसका भतीजा भी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि चार लोग कार से उतरते हैं और डॉक्टर को जबरदस्ती उठाकर ले जाते हैं। फुटेज में डॉक्टर मदद के लिए चीखते नजर आ रहे हैं, लेकिन आसपास मौजूद कोई भी व्यक्ति उनकी सहायता नहीं कर पाया। डॉ. सरप्रीत सिंह की बहन ने बताया कि सीसीटीवी देखकर कुछ लोगों ने छोटे भाई की गर्लफ्रेंड और भतीजे को पहचान लिया। रिहैब सेंटर ले जाने की बात कही पर पता नहीं बताया परिवार का आरोप है कि केस के बाद अचानक नगर निगम में अस्पताल से जुड़े कागजातों को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई। इन्हीं विवादों के बीच डॉक्टर का अपहरण कर लिया गया। फिर पुलिस को शिकायत की गई। जब उन्होंने आरोपियों से संपर्क किया तो बाद में यह कहकर मामला टालने की कोशिश की कि डॉक्टर को किसी “रिहैब सेंटर” ले जाया गया है, लेकिन न तो रिहैब सेंटर का नाम बताया गया और न ही डॉक्टर की मौजूदा लोकेशन। परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी थी और हर स्तर पर मदद की गुहार लगाई थी। जिसके बाद पुलिस ने जांच के आधार पर डॉक्टर सरप्रीत सिंह को तरन तारन स्थित रिहैब सेंटर सेंटर से बरामद किया गया है वहीं पुलिस के मुताबिक अभी सीनियर अधिकारियों से बात करके इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।