पंजाब सरकार आज आयोजित कर रही है मेगा PTM:अभिभावक कार्यशाला के माध्यम से माता-पिता की भागीदारी को बढ़ावा

पंजाब सरकार आज यानी 20 दिसंबर 2025 को, राज्यभर के सभी सरकारी स्कूलों में एक ऐतिहासिक मेगा पैरेंट–टीचर मीटिंग (PTM) और अभिभावक कार्यशाला का आयोजन कर रही है। यह पहल मां-पियो दी भागीदारी (अभिभावकों की भागीदारी) थीम पर आधारित है, जिसका उद्देश्य बच्चों की शिक्षा में माता-पिता को सक्रिय भागीदार बनाना है। राज्यव्यापी इस कार्यक्रम की तैयारी के तहत 40 हजार से अधिक शिक्षकों को ब्लॉक और क्लस्टर स्तर पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। प्रत्येक स्कूल से कम से कम एक प्रशिक्षित शिक्षक कार्यशाला का संचालन करेगा। साथ ही स्कूल मैनेजमेंट कमेटियों (SMC) को भी सक्रिय किया गया है, ताकि वे अभिभावकों को जोड़ने, कार्यक्रम के आयोजन और समन्वय में अहम भूमिका निभा सकें। यह मेगा कार्यक्रम प्री-प्राइमरी से लेकर सीनियर सेकेंडरी तक के लगभग 27 लाख अभिभावकों को कवर करेगा। अभिभावक कार्यशाला की अवधि लगभग 1 से 1.5 घंटे की होगी, जिसके बाद मेगा PTM आयोजित की जाएगी। सभी स्कूलों में कार्यशाला का एक समान ढांचा और अभिभावकों के लिए जानकारीपूर्ण हैंडआउट्स उपलब्ध कराए गए हैं। माता-पिता को बच्चों के विकास में जोड़ना है मुख्य उद्देश्य कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य माता-पिता को बच्चों के शैक्षणिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास में उनकी भूमिका समझाना और घर व स्कूल के बीच मजबूत तालमेल बनाना है। वहीं, मेगा PTM का लक्ष्य शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों के बीच सकारात्मक संवाद स्थापित करना, बच्चों की प्रगति की सराहना करना और भविष्य के लिए ठोस कार्ययोजना तय करना है। घर और स्कूल साथ मिलकर उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेंगे सरकार का मानना है कि इस पहल से छात्रों के शैक्षणिक परिणाम, नियमित उपस्थिति, भावनात्मक कल्याण और समुदाय की सक्रिय भागीदारी में सुधार होगा। घर और स्कूल एक साथ काम करें, तभी बच्चे के उज्ज्वल भविष्य का मार्ग बनता है।