328 स्वरूपों की बेअदबी: अमृतसर में 16 लोगों पर FIR:एसजीपीसी के पूर्व चीफ सेक्रेटरी रूप सिंह भी आरोपी
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- Dec 07, 2025
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास हेरिटेज स्ट्रीट पर 328 पावन स्वरूपों के गुम होने के मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया है। पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर कुलतार सिंह संधवां शुक्रवार को मौके पर एफआईआर की प्रतिलिपि लेकर पहुंचे। यह एफआईआर एसजीपीसी के सदस्यों के खिलाफ दर्ज की गई है। उधर, इसको लेकर एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर धामी ने सरकार को सिख संस्थाओं में दखलअंदाजी न करने की चेतावनी दी। उनका कहना है कि जिसकी जांच हो गई है, उन मुद्दों को अब क्यों उछाला जा रहा है। संगत की शिकायतों और लंबे समय से चल रहे विवाद पर कार्रवाई संधवां ने बताया कि कोतवाली थाना अमृतसर में संगत की शिकायतों और लंबे समय से चल रहे विवाद के बाद पूर्व चीफ सेक्रेटरी रूप सिंह सहित कुल 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दरबार साहिब पूरी दुनिया के लिए शांति, भाईचारे, सत्य और न्याय का प्रतीक है, और ऐसे पवित्र स्थल की स्वच्छता और प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। डिप्टी स्पीकर ने स्वीकार किया कि पिछले समय में धरनों और विवादों के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ी, लेकिन अब सरकार ने शिकायतें सुनकर कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि हर मुद्दे का समाधान बातचीत और आपसी सहमति से संभव है, और शहरवासियों से शांति व सहयोग बनाए रखने की अपील की। सिख संस्थाओं में सरकार कर रही दखलअंदाजी: एसजीपीसी अध्यक्ष इस बीच, एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इस मामले में पंजाब सरकार की भूमिका को सिख संस्थाओं में "खुली दखलअंदाज़ी" बताया। उन्होंने कहा कि यह एसजीपीसी का प्रशासनिक विषय है और श्री अकाल तख्त साहिब इसकी जांच पहले ही कर चुका है। धामी के अनुसार, जांच रिपोर्ट में यह बेअदबी का नहीं, बल्कि कुछ कर्मचारियों द्वारा की गई वित्तीय हेराफेरी का मामला पाया गया था, जिस पर विभागीय कार्रवाई भी पूरी हो चुकी है। 1999 के विवाद को आज क्यों उछाला जा रहा धामी ने कहा कि सरकार सिख संस्थाओं को अपनी मर्जी से चलाने का सपना छोड़ दे। सिख कौम अपनी परंपराओं और संस्थाओं की रक्षा करना जानती है। उन्होंने 1999 की पुस्तक विवाद को फिर उछालने को भी राजनीतिक हरकत बताया। SGPC प्रमुख ने चेतावनी दी कि सिख मामलों में दखल तुरंत बंद किया जाए, अन्यथा इसके परिणामों की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। सात नि:शुल्क गोल्फ कोर्ट उन्होंने बताया कि साहनी साहिब, नगर निगम, स्थानीय विधायकों और मेयर के सहयोग से हेरिटेज स्ट्रीट के लिए एक आधुनिक और मज़बूत सफाई प्रबंधन प्रणाली स्थापित की गई है। इसके तहत ऑटोमैटिक क्लीनिंग मशीनें लगातार सफाई करेंगी, जिससे पूरा इलाक़ा स्वच्छ और व्यवस्थित रहेगा। इसी के साथ सात निःशुल्क गोल्फ कार्ट की सेवा भी शुरू की गई है, जो श्रद्धालुओं को बाज़ार और दरबार साहिब तक आराम से पहुंचाएंगी।



