पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो में पहली बार लगा वीर नारियों का स्टॉल, सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए बना रहीं सामान

भास्कर न्यूज | अमृतसर पाईटेक्स में इस बार एक अलग ही पहल देखने को मिल रही है। जहां देश-विदेश से पहुंचे कारोबारी अपने-अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं पहली बार इस बड़े अंतरराष्ट्रीय मेले में शहीदों की वीर नारियों ने भी अपने हुनर और आत्मनिर्भरता का शानदार प्रदर्शन करते हुए स्टॉल लगाया है। यह स्टॉल मेले का विशेष आकर्षण बना हुआ है और बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचकर वीर नारियों का उत्साह बढ़ा रहे हैं। शहीद परिवारों की इन महिलाओं ने मिलकर एक सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाया है। इस समूह के माध्यम से वे घर पर ही विभिन्न वस्तुएं तैयार करती हैं। इन वस्तुओं को पहली बार पाईटेक्स जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित किया गया है। स्टॉल पर बनी आकर्षक वस्तुओं में खूबसूरत की-चेन, हैंडमेड मोमबत्तियां, कढ़ाई व ब्लॉक प्रिंट वाले सूट, घर के सजावटी शोपीस, उपहार सामग्री, हैंडक्राफ्टेड बैग और रख-रखाव की वस्तुएं शामिल हैं। इन सभी वस्तुओं को सावधानी, मेहनत और कलात्मकता के साथ तैयार किया गया है, जिसकी झलक खरीदारों को पहली नजर में ही दिख जाती है। इस स्टॉल के माध्यम से पाईटेक्स ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना को भी मजबूती से आगे बढ़ाया है। शहीदों की वीर नारियों का यह प्रयास समाज के लिए प्रेरणादायक संदेश है कि कठिन परिस्थितियों में भी महिलाएं अपने दम पर नई राह बना सकती हैं। यह स्टॉल पूरे पाईटेक्स में लोगों के लिए सम्मान, भावनाओं और प्रेरणा का केंद्र बन गया है। रूबल नागी का कहना है कि फाउंडेशन महिलाओं को सिर्फ प्लेटफॉर्म ही नहीं, बल्कि स्थायी आजीविका के अवसर भी देता है। यहां महिलाओं को कौशल विकास, डिज़ाइन इनोवेशन, बाज़ार तक पहुंच और सतत रोज़गार जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। कश्मीर जैसे सीमित अवसर वाले क्षेत्रों की महिलाएं भी इस पहल के जरिए आत्मनिर्भर हो रही हैं। उनका कहना है कि अमृतसर एक्सपो में मिली शानदार प्रतिक्रिया के बाद आरएनएफ अब पंजाब में स्टूडियो सक्षम का विशेष केंद्र स्थापित करने की तैयारी में है। यहां स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षण, परंपरागत पंजाबी कला जैसे फुलकारी को आधुनिक रूप में संवर्धित करने और उन्हें बाज़ार से जोड़ने का काम किया जाएगा। उनका कहना है कि स्टूडियो सक्षम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय हस्तशिल्प को पहचान दिलाने के लिए एक्सपोर्ट चैनल, डिजिटल मार्केटप्लेस, ब्रांड कोलैबोरेशन, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियां तैयार कर रहा है। उनका कहना है कि अमृतसर एक्सपो में स्टूडियो सक्षम की मौजूदगी यह साबित करती है कि कला सिर्फ अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की शक्ति भी है। अफगानिस्तान को हेरोइन जैसे नशीले पदार्थ का उत्पादक बनाकर बदनाम करने का प्रोपेगंडा पाकिस्तान ने पूरी दुनिया में फैलाया है, ताकि अफगानिस्तान के साथ लोग और दुनिया के व्यापारी कारोबार न करे। अच्छा हुआ इस समय पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान ने अपने सारे रिश्ते-नाते तोड़ दिए हैं। यह कहना अफगानिस्तान के ड्राइफ्रूट व्यापारी हबीबउल्लाह का। पाईटेक्स-2025 में अफगानिस्तान से आए ड्राइफ्रूट के व्यापारी हबीबउल्लाह के मुताबिक, अफगानिस्तान में आकर देखिए वहां के लोग आपको मोहब्बत और प्यार देंगे। इसके अलावा शांति और अमन का संदेश देंगे। अफगानिस्तान में अफीम की खेती नहीं, बल्कि फल-फ्रूट, सब्जियां और ड्राइफ्रूट भी होते हैं। उनके मुताबिक अमृतसर में वह चिल्गोजा, अखरोट, बादाम, छुआरा, अंजीर,काली मिर्च, पहाड़ी लहसुन और अन्य प्रकार के ड्राइफ्रूट लेकर आए हैं। पाइटेक्स में आने वाले लोग इन ड्राइफ्रूट के अलावा मसाले भी खरीद रहे हैं। अफगानिस्तान इन सब कुदरत के तोहफों के लिए मशहूर है, न कि हेरोइन जैसे नशीले पदार्थ के लिए। हबीबउल्लाह का कहना है कि इस समय भारत और अफगानिस्तान के साथ ईरान और दिल्ली के माध्यम से कारोबार हो रहा है।