भास्कर न्यूज | जालंधर पंजाब में कड़ाके की ठंड के साथ पड़ रही घनी धुंध अब जानलेवा साबित होने लगी है। जालंधर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे पर शुक्रवार सुबह विजिबिलिटी शून्य के बराबर होने से जालंधर-भोगपुर और गोराया हाईवे पर विभिन्न स्थानों पर चार बड़े सड़क हादसे हो गए। इन हादसों में कुल 8 वाहन जहां क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहीं पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। धुंध के कारण हाईवे पर घंटों जाम लगा रहा। चौथा हादसा { गोराया-फिल्लौर हाईवे पर स्कूटर सवार गंभीर घायल दूसरा हादसा {चहेड़ू पुल के पास बस और टिप्पर की भीषण भिड़ंत चहेड़ू पुल के पास तेज रफ्तार निजी बस धुंध के कारण आगे चल रहे टिप्पर को नहीं देख सकी और पीछे से उसमें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में बस चालक की टांग टूट गई। उसे तत्काल प्रभाव से निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके अलावा गोराया हाईवे के पास भी एक अन्य दुर्घटना की सूचना मिली, जिसमें वाहनों को नुकसान पहुंचा। एसएसएफ के जवानों ने न केवल घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाया, बल्कि क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे के बीच से हटाकर किनारे करवाया ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके। पुलिस और प्रशासन ने वाहन चालकों से अपील की है कि धुंध के दौरान गति सीमा का ध्यान रखें और फॉग लाइट्स का निरंतर प्रयोग करें। तीसरा हादसा { ओवरटेकिंग के चक्कर में रायपुर-रसूलपुर में टक्कर लम्मा पिंड फ्लाईओवर पर हुए हादसे में क्षतिग्रस्त कारें। जालंधर-भोगपुर हाईवे पर गांव रायपुर रसूलपुर के सामने हुआ। यहां एक टिप्पर को ओवरटेक करने की कोशिश में दो वाहन अनियंत्रित होकर आपस में भिड़ गए। धुंध इतनी घनी थी कि साइड से गुजरते वक्त वाहनों के बीच की दूरी का सही अनुमान नहीं लग सका। इस घटना में वाहन चालकों को मामूली चोटें आईं। मौके पर मौजूद सड़क सुरक्षा बल की टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला और घायलों को प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल पहुंचाया। नेशनल हाईवे-44 फिल्लौर मेन रोड पर बने बड़े गड्ढे अब राहगीरों के लिए काल साबित हो रहे हैं। शुक्रवार को इन गड्ढों के कारण एक स्कूटर सवार संतुलन खोकर सड़क पर गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के समय वहां से गुजर रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक प्रिंस ने बताया कि स्कूटर सवार गड्ढे की चपेट में आकर बुरी तरह सड़क पर घिसट गया, जिसे राहगीरों की मदद से किनारे किया गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सड़क सुरक्षा फोर्स के इंचार्ज सरबजीत सिंह की टीम ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति फिल्लौर से फगवाड़ा अपने घर लौट रहा था। घायल को मौके पर प्राथमिक उपचार देने के बाद एम्बुलेंस के जरिए गोराया के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एसएसएफ ने घटना की जानकारी गोराया पुलिस स्टेशन के ड्यूटी ऑफिसर को दे दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर बने ये गड्ढे लगातार हादसों को न्योता दे रहे हैं, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण मरम्मत कार्य नहीं किया जा रहा है। पहला हादसा शुक्रवार अल सुबह पहला हादसा लम्मा पिंड फ्लाईओवर के ऊपर हुआ। घनी धुंध के कारण चालकों को आगे चल रहे वाहनों का अंदाजा नहीं लगा और एक के बाद एक चार गाड़ियां आपस में टकरा गईं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वाहनों के अगले और पिछले हिस्से पूरी तरह पिचक गए। गनीमत यह रही कि इस टक्कर में किसी को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन गाड़ियों का भारी नुकसान हुआ है।



