गिरफ्तारी से पहले दिखाई थी पर्स-सोने की बरामदगी, बरी

जालंधर | काला बकरा में 15 सितंबर, 2022 को 65 साल की अमरजीत कौर की हत्या करने के आरोप में पकड़े गए 58 साल के हत्यारोपी सतविंदर सत्ता को कोर्ट ने सोमवार को बरी कर दिया। पुलिस कोर्ट में साबित नहीं कर पाई कि सत्ता ने ही लूट के बाद हत्या की थी। बचाव पक्ष ने दलील दी कि उनके क्लाइंट का खेत को जाते रास्ते को अमरजीत कौर से विवाद था तो उसे फंसाया गया था। थाना भोगपुर में 15 सितंबर 2022 को सिटी के राजा गार्डन की रहने वाली संदीप कौर की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। कोर्ट ने मृतका के बरामद पर्स, सोने की बालियां, आधार कार्ड और 4500 रुपए को लेकर सुनवाई की। पुलिस का दावा था कि उक्त सामान 17 सितंबर को आरोपी को रिमांड पर लेने के बाद बरामद हुआ, जबकि संदीप कौर की बेटी ने क्रॉस एग्जामिनेशन में कहा था कि यह सब उसने 15 सितंबर को आईओ के पास देखा था। संदीप कौर मृतका अमरजीत कौर की बेटी है। क्रॉस एग्जामिनेशन के दौरान पोस्टमार्टम करवाने वाले डॉक्टर ने बताया कि मृतका की गर्दन पर निशान है, वो फंदा लगाने से आता है। सुसाइड की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। वहीं, सरपंच ने कहा कि उक्त रस्सी पुलिस ने उसी दिन घर के आंगन में चूल्हे से बरामद की थी। दूसरे दिन एएसआई ने संदिग्ध हत्यारोपी के बाल बरामद करने की बात कहीं थी। बरामद बाल और सत्ता के बाल के सैंपल डीएनए टेस्ट के लिए भेजे गए थे, लेकिन केस फाइल में रिपोर्ट को लेकर कोई रिकॉर्ड नहीं है। बचाव पक्ष के एडवोकेट दर्शन सिंह दयाल ने दलील दी कि उनके क्लाइंट को फंसाया गया था।