चेतना प्रोजेक्ट:स्कूली छात्रों में कौशल, सुरक्षा और विश्वास पैदा किया जा रहा

भास्कर न्यूज | जालंधर जिला प्रशासन की तरफ से चेतना प्रोजेक्ट के तहत विद्यार्थियों को आवश्यक, व्यावहारिक और भविष्य के लिए तैयारी करवा रहा है। जिसके तहत अलग-अलग कार्यक्रम करवाकर बच्चों को मोटिवेट किया जा रहा है। 17 अक्तूबर को शुरू प्रोजेक्ट चेतना ने 70 से अधिक स्कूलों तक तेजी से विस्तार किया, जिसमें 15000 से ज्यादा विद्यार्थियों को कवर करते हुए संरचित योजना, डिजिटल निगरानी, मानक प्रशिक्षण मॉड्यूल और ‘से-डू-आस्कपद्धति के माध्यम से कक्षाओं में बदलाव लाया जा रहा है। प्रोजेक्ट 6 प्रमुख विषयों पर केंद्रित है - डिजिटल साक्षरता, वित्तीय जागरूकता, लिंग संवेदनशीलता, स्वच्छता एवं सफाई, फ़र्स्ट एड तथा इमरजेंसी रिस्पॉन्स और करियर गाइडेंस। इस पहल ने विद्यार्थियों के जीवन में बदलाव लाना शुरू कर दिया है। कई विद्यार्थी अब बैंक डिपॉजिट स्लिप और चेक भर रहे है। कुछ ने बताया कि वह अब क्रेप बैंडेज और साधारण पट्टी में अंतर कर सकते है। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल संतोखपुरा की मुस्कान और भावेश, जिन्होंने प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की, ने बताया कि ये सत्र कितने उपयोगी रहे। उन्होंने कहा, “साइबर सिक्योरिटी वीडियो ने हमें साइबर अपराधियों के बारे में जागरूक किया। सत्रों ने हमें पासवर्ड गोपनीय रखना और ऑनलाइन सुरक्षित रहना सिखाया।” शिक्षकों ने भी विषयों को जानकारी से भरपूर, उपयुक्त और आवश्यक बताया। डीसी डॉ. हिमांशु ने स्टूडेंट्स से अपील करते हुए कहा कि वह अपने कौशलों को घर ले जाएं, माता-पिता को सिखाएं।