जालंधर में शिवसेना महिला नेता बोली-लक्खो नशा तस्कर में शामिल:व्यक्ति बोला-छेड़छाड़ के फर्जी केस दर्ज करवाए, पुराना विवाद हंगामे में बदला

जालंधर के भार्गव कैंप स्थित टाहली वाले चौक पर उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब शिवसेना की एक महिला चेयरमैन और 'लक्खो' नामक व्यक्ति के बीच पुराना विवाद सार्वजनिक हंगामे में बदल गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर देह व्यापार, नशा तस्करी और ब्लैकमेलिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। जहां महिला नेता ने पुलिस से न्याय की मांग करते हुए धरने की चेतावनी दी है, वहीं दूसरे पक्ष ने महिला पर झूठे केस दर्ज कराकर पैसे ऐंठने का आरोप जड़ दिया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को शांत कराया और मामले की जांच शुरू कर दी है। जालंधर के भार्गव कैंप में सोमवार को भारी हंगामा देखने को मिला। शिवसेना की महिला विंग की चेयरमैन ने स्थानीय निवासी लक्खो के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सड़क पर प्रदर्शन किया। महिला का आरोप है कि पुरानी रंजिश के कारण लक्खो उनकी छवि खराब करने के लिए उन पर देह व्यापार में संलिप्त होने के झूठे आरोप लगा रहा है। महिला ने पुलिस के सामने कड़ी चुनौती रखी कि यदि आरोपी के पास कोई सबूत है तो पेश करे, अन्यथा वह थाने के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगी। इसके साथ ही उन्होंने लक्खो पर नशा तस्करी में शामिल होने का भी गंभीर आरोप लगाया। महिला पहले भी छेड़छाड़ के फर्जी मामले दर्ज करवाए दूसरी ओर, आरोपी पक्ष के लक्खो ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उसने एक पत्र सार्वजनिक करते हुए दावा किया कि महिला पहले भी छेड़छाड़ के फर्जी मामले दर्ज करवा चुकी है और बाद में मोटी रकम लेकर समझौता कर लेती है। लक्खो का कहना है कि महिला ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर उसे बदनाम करने की कोशिश की है। उसने प्रशासन से मांग की है कि महिला की आय के स्रोतों और उसकी गाड़ियों की जांच की जाए कि आखिर उसके पास यह संपत्ति कहां से आई। विवाद की जड़ 2019 की एक पुरानी घटना विवाद की जड़ 2019 की एक पुरानी घटना बताई जा रही है। महिला के अनुसार, 2019 में उसके भाई पर तेजधार हथियारों से हमला हुआ था, जिसमें लक्खो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और वह तभी से बदला लेने की कोशिश कर रहा है। वहीं, लक्खो की मां ने भी महिला पर उनके परिवार को प्रताड़ित करने और गंभीर आरोप लगाने की बात कही है। फिलहाल, लक्खो ने महिला को कानूनी नोटिस भेजने की बात कही है, जबकि पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर निष्पक्ष जांच का भरोसा दे रही है।