जालंधर बस स्टैंड कर दिया बंद:रोडवेज कर्मचारी धरने पर, किमी. स्कीम टेंडर रद्द न करने से नाराज, सरकारी बसें नहीं चल रहीं

जालंधर बस स्टैंड को रोडवेज कर्मचारियों ने बंद कर दिया है। कच्चे मुलाजिम यूनियन के नेताओं की चंडीगढ़ में गिरफ्तार और किलोमीटर बसों का टेंडर रद्द न करने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। अभी प्राइवेट बसों की एंट्री भी बस स्टैंड में बंद कर दी गई। रोडवेज की बसों को डिपो में खड़ा कर दिया गया है। प्राइवेट बसें बस स्टैंड के बाहर रोड से चल रही हैं और वहीं पर सवारियां उतार रही हैं। यूनियन नेता नछतर सिंह और विक्रमजीत सिंह ने कहा कि उनकी हड़ताल अनिश्चितकालीन रहेगी। पिछले दो महीने के अंदर वे तीसरी बार धरना लगा चुके हैं। जब धरना देते हैं तो सरकार टेंडर की डेट को आगे बढ़ा देती और बाद में टेंडर को रद्द नहीं करती। रात में ही गिरफ्तारी से बढ़ा मुलाजिमों में रोष पंजाब रोडवेज के कर्मचारियों ने जालंधर में अनिश्चितकालीन चक्का जाम का ऐलान किया है। यह विरोध प्रदर्शन सरकार द्वारा किलोमीटर योजना के टेंडर खोलने से पहले देर रात यूनियन के नेताओं की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुआ है। पुलिस ने देर रात यूनियन के नेताओं को हिरासत में ले लिया था, जिससे कर्मचारी नाराज हो गए। इसी नाराजगी के चलते पंजाब रोडवेज के कर्मचारियों ने बस स्टैंड बंद करने का फैसला किया। सुबह-सुबह नौकरीपेशा लोग बस न मिलने से हुए परेशान बस स्टैंड बंद होने से सुबह नौकरीपेशा लोगों और बस में यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सरकारी बसों से मुफ्त यात्रा करने वाली महिलाओं को प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ा। पंजाब रोडवेज के कर्मचारी सुखदेव सिंह ने बताया कि बीती रात 3-4 बजे घरों में जाकर नेताओं को गिरफ्तार करना निंदनीय है। आरोप-कर्मचारियों के घरों की तलाशी ली गई पंजाब रोडवेज के कर्मचारी सुखदेव सिंह ने आरोप लगाया कि जो नेता घर पर नहीं थे, उनके घरों में बच्चों की मौजूदगी के बावजूद पुलिस ने तलाशी ली, जो बिल्कुल अनुचित है। सुखदेव सिंह ने कहा इस कार्रवाई के विरोध में सेंट्रल बॉडी की तरफ से उन्हें पूरे पंजाब के सभी बस स्टैंड बंद करने का आदेश मिला है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो बसें स्टैंड के अंदर खड़ी हैं, वे अंदर ही रहेंगी और जो बाहर हैं, वे बाहर ही रहेंगी। उन्होंने कहा कि अगली रणनीति को लेकर सेंट्रल बॉडी से जो भी आदेश आएंगे, उन पर अमल किया जाएगा। यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक नेताओं को रिहा नहीं किया जाता।