जालंधर में शराब ठेका खुलने पर विवाद:शिफ्ट करने को लेकर पार्षद पति व ठेकेदार आमने-सामने, ब्लैकमेल करने के आरोप

जालंधर के भार्गव कैंप इलाके में शराब का ठेका खुलने को लेकर लोगों में रोष पाया जा रहा है। इसी दौरान घटना की सूचना मिलने पर इलाके की पार्षद रूपा भगत के पति सुदेश भगत मौके पर पहुंचे, जहां उनका ठेका संचालक के साथ विवाद हो गया। ठेका संचालक का आरोप है कि वह सरकार को ठेके के पूरे पैसे दे रहा है, लेकिन अब उससे अलग से पैसों की मांग की जा रही है। ठेका संचालक ने आरोप लगाया कि उसके साथ ब्लैकमेलिंग की जा रही है। उसने दावा किया कि उसके पास एक्साइज विभाग की ओर से ठेका खोलने के आदेश मौजूद हैं। आरोप है कि उससे हर महीने 50 हजार रुपए मांगे जा रहे हैं, जो वह देने में असमर्थ है। ठेका शिफ्ट करने से बच रहे 40 हजार, इसी बात पर विरोध ठेका संचालक का कहना है कि ठेका शिफ्ट करने पर उसका करीब 40 हजार रुपए खर्च बच रहा है, इसी कारण वह ठेका शिफ्ट कर रहा था। उसने बताया कि डिप्टी कमिश्नर की ओर से जारी आदेशों के दस्तावेज भी उसके पास हैं। ठेकेदार के अनुसार, इससे पहले कई वर्षों तक कुछ दूरी पर ठेका खुला रहा और उस दौरान किसी ने विरोध नहीं किया। थाने पहुंचा मामला, पुलिस कर रही जांच मामले को लेकर थाना भार्गव कैंप की पुलिस को शिकायत दी गई। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी मोहन ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है। आरोप है कि संबंधित जमीन का मालिक दबाव बना रहा है और पहले स्थान पर ही 50 हजार रुपए महीने किराया मांग रहा है, लेकिन ठेका संचालक इतना किराया देने में सक्षम नहीं है। मोहल्ला निवासियों के हंगामे के बाद ठेका शिफ्ट इसके बाद आरोप है कि उक्त व्यक्ति ने मोहल्ला निवासियों से हंगामा शुरू करवाया। वहीं मोहल्ला निवासियों का कहना है कि वे पिछले तीन महीनों से ठेका खुलने का विरोध कर रहे हैं। दूसरी ओर ठेका संचालक का कहना है कि उसके पास एक्साइज विभाग की अनुमति है और ठेका शिफ्ट करने का उद्देश्य सिर्फ ज्यादा किराया देने से बचना था। ठेका संचालक ने बताया कि वह कई बार जमीन मालिक से किराया कम करने की बात करता रहा, लेकिन किराया घटाने के बजाय बढ़ाने की मांग की गई। इसके बाद आज ठेका शिफ्ट किया जा रहा था, जिसको लेकर लोगों ने विरोध शुरू कर दिया।