जालंधर में बच्चा बेचने वाला गिरोह पकड़ा:पिता ने 3 लाख में बेचा नवजात बेटा, पत्नी को कहा-मृत पैदा हुआ, हमने संस्कार कर दिया

पंजाब में जालंधर पुलिस ने नकोदर एरिया से बच्चा चोर गिरोह को पकड़ा है। अभी तक की पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग एक बच्चे को 3 लाख रुपए में बेच चुके थे। पुलिस ने गिरोह के 8 लोगों को काबू किया है। इनमें 6 महिलाएं और 3 आदमी हैं। गिरफ्त में लिए गए आरोपियों में दंपती भी शामिल है। इन पर नवजात बच्चे बेचने के आरोप हैं। आरोपियों की पहचान अमरजीत कौर, रीना, कुलविंदर कौर, रजनी और गगनदीप कौर के तौर पर हुई है। प्राथमिक जानकारी में ये बात निकलकर सामने आई है कि बच्चे को यह कहकर बेचा गया था कि इसकी मां की मौत हो चुकी है। इसके पालन-पोषण में दिक्कत आ रही है तो पिता बच्चे को बेचना चाहता है। जालंधर रुरल पुलिस इस मामले में प्रैस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी देगी। पुलिस ने बच्चा बेचते हुए काबू किया पिता पुलिस सूत्रों का कहना है कि बच्चे को रिकवर कर लिया गया है। बच्चा बेचने की जालंधर देहाती पुलिस को सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस ने ट्रैप लगाकर बच्चा बेचने वाले पूरे गिरोह को काबू कर लिया। जब पिता बच्चे का सौदा कर रहा था तो उसे भी मौके पर ही दबोच लिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी पिता ने अपनी पत्नी को बताया था कि डिलीवरी के वक्त की बच्चा मृत पैदा हुआ था। तुम बेहोश थी, इसलिए हमने संस्कार कर दिया है। महिलाएं कर रही थीं गैंग को आपरेट पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो पता चला कि गैंग में ज्यादातर महिलाएं ही हैं। यह महिलाएं सरकारी अस्पताल से पता करती थीं कि कौन-सी गरीब महिला की डिलिवरी हुई है। इसके बाद पता किया जाता था कि परिवार के पहले कितने बच्चे हैं। 2 से ज्यादा बच्चे होने पर उस परिवार से संपर्क साधते पैसे का लालच देते और बच्चे को बेचने के लिए मना लेते। पुलिस इन आरोपियों से कर रही पूछताछ पुलिस का कहना है कि लुधियाना के मंजीत नगर के जगजीत सिंह, उसकी मां रणजीत कौर, अमरजीत कौर वासी गांव कलां (लुधियाना), रीना वासी गांव भैणी बाघा (मानसा) कुलविंदर कौर मनी वासी गांव कुस्सा (मोगा), गगनदीप कौर वासी संत नगर (मोगा) रजनी वासी निगाहा रोड (मोगा) और बलजीत सिंह वासी गांव घोलियां खुर्द (मोगा) को पकड़ लिया है। इनसे पूछताछ जारी है। बेऔलाद दंपती को बच्चा बेचते हुए पकड़े नकोदर पुलिस ने 22 नवंबर को इनोवा गाड़ी में बच्चा बेचने आए जगजीत सिंह और उसकी मां रंजीत कौर को पकड़ा था। उनसे एक नवजात बच्चा (लड़का) मिला था। जांच में यह बात आई थी कि मां-बेटे बे-औलाद दंपती को बच्चा बेचते थे। उन्होंने कई गरीब लोगों को लालच देकर उनसे बच्चा लिया और उन्हें आगे 3 से 5 लाख रुपए में बेच देते थे।