मन की शांति से मिलता है जीवन का सर्वोच्च सुख, अशांत व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता : आचार्य
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- Nov 30, 2025
भास्कर न्यूज | जालंधर श्री बांके बिहारी भगवत प्रचार समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का अंतिम दिवस रविवार को अत्यंत भावपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हुआ। परम श्रद्धेय आचार्य गौरव कृष्ण गोस्वामी महाराज ने सुदामा चरित्र का दिव्य एवं मार्मिक वर्णन प्रस्तुत करते हुए मन की शांति को जीवन का सर्वोच्च सुख बताया। उन्होंने कहा कि अशांत व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता और वास्तविक आनंद शांति, संतोष एवं प्रभु-स्मरण में ही निहित है। कथा के दौरान आचार्य ने सुदामा चरित्र का उदाहरण देते हुए कहा कि यद्यपि सुदामा जी आर्थिक रूप से सम्पन्न नहीं थे, किंतु वे नाम-धन और मन की पूर्ण शांति से समृद्ध थे। सुशीला जी द्वारा अर्पित चार मुट्ठी चावल को श्रीकृष्ण द्वारा आदरपूर्वक स्वीकार किया जाना उनके निर्मल भाव का प्रतीक बताया गया। इस अवसर पर आयोजित फूल-होली महोत्सव विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। “होली खेल रहे बांके बिहारी…” और “बांके बिहारी को देख छटा…” जैसे भजनों की स्वर लहरियों से संपूर्ण वातावरण राधा–कृष्णमय हो उठा। पुष्प-वर्षा के बीच हज़ारों भक्तों ने उत्सव का आनंद लिया। लक्सोटिक होम्स द्वारा आचार्य गौरव कृष्ण गोस्वामी जी महाराज के सान्निध्य में नाम-दीक्षा कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नाम-दीक्षा ग्रहण की। पूरे दिन का वातावरण भक्ति, शांति और आध्यात्मिक भाव से ओत-प्रोत रहा। आयोजन में संजीव कुमार, सुनील नैय्यर, उमेश औहरी, संजय सहगल, संदीप मलिक, चंदन वडेरा, ब्रिज मोहन चड्ढा, हेमंत थापर, राजवंश मल्होत्रा, देवेंद्र अरोड़ा, रिंकू मल्होत्रा, अंकुश जुनेजा, सोनू चोपड़ा, सुमित गोयल, संदीप कुमार, भूपेंद्र सिंह, तरुण सरीन, जितेंद्र कुमार, राजेश, बलविंदर शर्मा, अरुण मल्होत्रा, दविंदर वर्मा, नरिंदर वर्मा, राहुल शर्मा सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे। साईं दास स्कूल की ग्राउंड में पुष्प-वर्षा के बीच उत्सव का आनंद लेते भक्तजन ।



