यूथ टॉक. एलपीयू पहुंचे देश के मशहूर अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला
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- Dec 06, 2025
भास्कर न्यूज | जालंधर लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) में अयोजित यूथ टॉक में मशहूर अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने पहुंचकर छात्रों में जोश भरा। ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने अपने भाषण की शुरुआत एक जबरदस्त वीडियो दिखाकर की, जिसमें उनकी एक साल की ट्रेनिंग, तैयारी और अंतरिक्ष में लॉन्च की यात्रा दिखाई गई थी। इसमें अंतरिक्ष में बिताए 20 दिनों के दुर्लभ फुटेज भी शामिल थे। इस दौरान चमकते हुए समुद्र तट, रोशन शहर और उपमहाद्वीप पर बिजली के तूफान दिखाए गए। इसी के साथ जब अंतरिक्ष से शानदार सूर्योदय दिखाया गया, तो दर्शकों ने अपने स्थान से खड़े होकर तालियां बजाईं। दर्शक रॉकेट इग्निशन, स्पेस स्टेशन पर जीवन और अंतरिक्ष से भारत और पृथ्वी के लुभावने नजारे देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। शुक्ला ने माइक्रोग्रैविटी में ढलने के अपने अनुभवों को शेयर करते हुए हवा में तैरने, छतों पर चलने और चीजों को हवा में तैरता हुआ छोड़ने की अजीब आदत के बारे में बताया। फिर उन्होंने कहा कि दिमाग बहुत शक्तिशाली चीज है। अगर आप खुद को यकीन दिलाते हैं कि आप कुछ करना चाहते हैं, तो आप उसे हासिल करने का रास्ता हमेशा ढूंढ लेंगे, चाहे वह अंतरिक्ष में हो या पृथ्वी पर। उन्होंने भारत की तेजी से बढ़ती अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के बारे में भी बात की, जिसमें भारत के अपने स्पेस स्टेशन की योजनाओं और आने वाले समय में किसी भारतीय के चंद्रमा पर कदम रखने के विजन का जिक्र किया। युवाओं की भूमिका पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा कि आज के छात्र न केवल इंजीनियर और वैज्ञानिक के तौर पर, बल्कि डॉक्टर, डिजाइनर, न्यूट्रिशनिस्ट, रिसर्चर और एंटरप्रन्योर के तौर पर भी बढ़ते स्पेस इकोसिस्टम में योगदान दे सकते हैं, जिसमें देश भर में 300 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप उभर रहे हैं। इंटरेक्टिव सेशन के दौरान, छात्रों ने अंतरिक्ष यात्री ट्रेनिंग, स्पेस स्टार्टअप, अंतरिक्ष में राष्ट्रीय सुरक्षा, लॉन्ग-टर्म एक्सप्लोरेशन और सेल्फ-डाउट से निपटने जैसे विषयों पर सवाल पूछे। इवेंट में एलपीयू की प्रो-चांसलर कर्नल डॉ. रश्मि मित्तल, वाइस प्रो-चांसलर डॉ. लोविराज गुप्ता और एग्जीक्यूटिव डीन डॉ. सौरभ लखनपाल शामिल थे। कर्नल डॉ. रश्मि मित्तल ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को सम्मानित किया। स्टूडेंट्स की बात सुन भावुक हो गए शुक्ला ग्रुप कैप्टन शुक्ला तब बहुत भावुक हो गए जब एक छात्र ने बताया कि उनकी यात्रा ने उन्हें एलपीयू के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग प्रोग्राम को अपने करियर के रूप में चुनने के लिए प्रेरित किया है। ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने उनसे असल दुनिया की समस्याओं को हल करने, अनुशासित जीवन जीने और पारंपरिक करियर रास्तों से हटकर सोचने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा। ^ अगर मेरे मिशन ने मुझे कुछ सिखाया है, तो वह है सहयोग की शक्ति। विभिन्न देश, लोगों ने मिलकर काम किया। कोई भी स्पेस मिशन अकेले किसी एक व्यक्ति की काबिलियत पर नहीं बनता, बल्कि भरोसे, अनुशासन और टीम वर्क पर बनता है। -शुभांशु शुक्ला



