जगराओं में कूड़ा डंप विवाद गहराया:नगर कौंसिल की बाजार में कूड़ा डालने की कोशिश पर व्यापारी भड़के, बोले-ऐसा होने नहीं देगे

जगराओं शहर में कूड़ा प्रबंधन का संकट गहरा गया है। नगर कौंसिल द्वारा मुख्य बाजार के बीच स्थित बंद किए गए कूड़ा डंप को दोबारा खोलने के प्रयास के बाद व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। कौंसिल अधिकारियों ने कथित तौर पर डंप के गेट के ताले तोड़ दिए थे, लेकिन सतर्क दुकानदारों ने इस कदम को विफल कर दिया। कौंसिल के इस मनमानी और तानाशाही रवैये के खिलाफ मेन बाजार के व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर धरना दिया और पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इससे बाजार में तनावपूर्ण स्थिति बन गई। फेंकने के लिए कोई जगह नहीं बची जानकारी के अनुसार, नगर कौंसिल के पास फिलहाल कूड़ा फेंकने के लिए कोई जगह नहीं बची है। इसी कारण सफाई कर्मियों ने पूरे शहर से कूड़ा उठाना बंद कर दिया है। सफाई कर्मियों का कहना है कि जब तक कूड़ा डंप करने की जगह नहीं मिलेगी, तब तक शहर की सफाई नहीं होगी। पूर्व कौंसिल प्रधान जतिंदरपाल राणा ने कूड़े की गंभीर समस्या का समाधान करते हुए बाजार में बने कूड़ा डंप को बंद करवाया था। इसका उद्देश्य शहर की सुंदरता और व्यापारिक माहौल को बचाना था। हालांकि, उनके निलंबित होने के बाद कूड़ा संकट ने विकराल रूप धारण कर लिया। सड़क किनारे पड़े कूड़ा डंप को हटवाया था इससे पहले, डिस्पोजल रोड पर भी 25 दिनों तक लगातार धरना देकर लोगों ने सड़क किनारे पड़े कूड़ा डंप को हटवाया था। इसके बाद नगर कौंसिल अधिकारियों के निर्देश पर सफाई कर्मियों ने कूड़ा नगर कौंसिल कार्यालय के अंदर ही फेंकना शुरू कर दिया था, जिससे वहां कूड़े के ढेर लग गए और बदबू से स्थिति बदतर हो गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि कौंसिल परिसर में रहने वाले लोगों और नजदीकी अस्पताल के डॉक्टरों को धरना देकर वहां कूड़ा फेंकना बंद करवाना पड़ा। इसके बाद सफाई कर्मियों ने स्पष्ट कर दिया कि डंपिंग साइट नहीं मिलने पर सफाई कार्य नहीं होगा। अब जब नगर कौंसिल ने फिर से बाजार में बंद डंप को चालू करने की कोशिश की और ताले तोड़े, तो व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने नगर कौंसिल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नियमित सफाई करवाते, तो यह संकट नहीं आता- राणा दुकानदारों ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे आम आदमी पार्टी की सरकार को जगराओं शहर को नर्क बनने नहीं देंगे और न ही बंद किए गए डंप पर दोबारा कूड़ा फेंकने देंगे। पूर्व कौंसिल प्रधान जतिंदरपाल राणा ने कहा कि अगर नगर कौंसिल अधिकारी समय रहते कूड़े की नियमित सफाई करवाते, तो आज यह संकट खड़ा ही न होता। उन्होंने आरोप लगाया कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें बदनाम करने के लिए कौंसिल अधिकारियों ने आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं के इशारे पर कूड़े का खेल खेला, लेकिन अब उसी खेल में कौंसिल अधिकारी खुद बुरी तरह फंस चुके हैं।