कपिल शर्मा कैफ़े फ़ायरिंग में लुधियाना का बड़ा लिंक:रायकोट का सीपू निकला हमलों का मास्टरमाइंड जाँच एजेंसियाँ कर रही हैं पड़ताल

पंजाब के मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा स्थित 'कप’स कैफ़े' पर हुई ताबड़तोड़ तीन गोलीबारी की घटनाओं में एक चौंकाने वाला नाम सामने आया है। यह नाम लुधियाना ग्रामीण पुलिस के लिए भी चिंता का विषय बन गया है।रायकोट के ब्राहमपुर गाँव का रहने वाला युवक सुखविंदर उर्फ सीपू अब कनाडाई पुलिस और भारत की केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर है। सीपू के साथ पंजाब के दो और युवक शैरी और दिलजोत रिहाल के नाम भी इस जाँच में सामने आए हैं। क्या है पूरा मामला कपिल शर्मा का यह नया कैफ़े पिछले कुछ महीनों से गैंगस्टरों के निशाने पर था।पहली फ़ायरिंग 10 जुलाई को हुई। दूसरी फ़ायरिंग 7 अगस्त को हुई। तीसरी फ़ायरिंग 16 अक्टूबर को हुई। तीनों ही बार लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी। सीपू पर सीधे गोली चलाने का नहीं, बल्कि 'प्लानिंग' का आरोप जाँच एजेंसियों के मुताबिक सीपू और उसके एक साथी बन्धु मान सिंह सेखों जो गोल्डी ढिल्लों गैंग से जुड़ा है ने सीधे गोलियाँ नहीं चलाईं। सीपू पर आरोप है की उसने हमले की पूरी योजना (प्लानिंग) तैयार की और उस पर नज़र (मॉनिटरिंग) रखी। सेखों पर आरोप है की उसने गोली चलाने वालों को हथियार और गाड़ी मुहैया कराई थी।पुलिस का मानना है कि शैरी और दिलजोत रिहाल ने ही सीपू के कहने पर फ़ायरिंग को अंजाम दिया। दिल्ली पुलिस ने पकड़ा सेखों को तब खुला राज़ इस मामले का बड़ा खुलासा तब हुआ जब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 28 नवंबर को सेखों को लुधियाना के जवड्डी इलाके से गिरफ़्तार किया। पूछताछ के दौरान सेखों ने ही सीपू शैरी और दिलजोत रिहाल का नाम लिया और बताया कि ये सभी गैंग की हरकतों में शामिल थे। लुधियाना पुलिस हुई सतर्क छह महीने पुराना केस भी जुड़ा लुधियाना (ग्रामीण) पुलिस फिलहाल इस मामले पर खुलकर कुछ नहीं कह रही है लेकिन रायकोट के बड़े अधिकारी सीपू के आसपास के लोगों और संभावित साथियों पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। जाँच में यह भी पता चला है कि सीपू का नाम छह महीने पहले अहमदगढ़ सिटी थाना (मलेरकोटला) में भी एक धमकी देने के केस में आया था। मलेरकोटला पुलिस इस पुराने केस की दोबारा जाँच कर ही रही थी कि कनाडा वाले फ़ायरिंग केस में सीपू का नाम आ गया, जिसके बाद केस फ़ाइल वापस सीनियर अफ़सरों को सौंप दी गई।